प्रदेश में दूसरे दिन भी नहीं मिली निशुल्क एंबुलेंस सेवा

प्रदेश में निशुल्क एंबुलेंस सेवा 108 व 102 के नई कंपनी को हस्तांतरण करने के बाद मरीजों को दूसरे दिन भी सुविधा नहीं मिली है। इसको लेकर मरीजों के रैफर होने पर एंबुलेंस नहीं मिल पाई है। एंबुलेंस का संचालन कर रही नई कंपनी ने शनिवार रात आठ बजे से जिम्मा संभाल लिया है। लेकिन रविवार को कई जगहों पर मरीजों को सुविधा नहीं मिली है। बताया जा रहा है कि आगामी दो दिनों में भी इसी प्रकार की स्थिति रहने वाली है।

जिसके चलते लोगों को आपात स्थिति में समस्या झेलनी पड़ सकती है। हालांकि कई अस्पतालों में लोगों को निशुल्क सेवा देने के लिए इक्का-दुक्का एंबुलेंस को अलर्ट पर रखा गया था। गौर रहे कि बीते दिनों तक एंबुलेंस का संचालन कर रही जीवीके कंपनी का सरकार के साथ करार खत्म हो गया है। करार के खत्म होने के बाद शनिवार से नई कंपनी मेडसवान फाउंडेशन ने प्रदेशभर का जिम्मा संभाल लिया है।

लेकिन एंबुलेंस के दूसरी कंपनी के हवाले करने के दौरान लोगों को सुविधा नहीं मिल पा रही है। शनिवार को दिनभर लोगों को परेशान होने के बाद रविवार को भी असुविधा हुई है। अस्पतालों में इस स्थिति को देखते हुए रेडक्रॉस सोसायटी व अन्य एंबुलेंस संचालकों को अलर्ट पर रखा गया। इसके चलते गंभीर स्थिति का सामना रविवार को भी नहीं करना पड़ा है। प्रदेशभर में शनिवार से जीवीके कंपनी ने मेडसवान फांउनडेशन कंपनी को एंबुलेंस व अन्य दस्तावेज सौंपने का कार्य किया है। इस दौरान सभी जिला मुख्यालयों में एंबुलेंस का ऑडिट किया गया।

रविवार को भी क्षेत्रीय अस्पताल और अन्य स्वास्थ्य केंद्रों में एंबुलेंस और रेडक्रॉस की एंबुलेंस के जरिए मरीजों को सुविधा दी गई। उधर, मेडसवान फाउंडेशन के ओपरेशन हेड धर्मेंद्र ने बताया कि शनिवार रात आठ बजे से कंपनी ने प्रदेश में कार्य संभाल लिया है। कुछेक जगहों पर गाड़ियों का ऑडिट कार्य चला हुआ है। ईएमटी और अन्य स्टाफ की लिस्ट बनाई गई है। कंपनी सुचारू रूप से सेवाएं देने के लिए कार्य कर रही है। आगामी दो दिन परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। अधिकतर गाड़ियां अपने-अपने स्थानों पर जा चुकी है।

मेडसवान फाउंडेशन 40 नई एंबुलेंस दौड़ाएगी
प्रदेश में 108 व 102 एंबुलेंस के संचालन का जिम्मा मेडसवान फाउंडेशन ने संभाल लिया है। जल्द ही मेडसवान कंपनी कार्य को सुचारू करेगी। ऑडिट कार्य चला होने से लोगों को कुछ परेशानी झेलनी पड़ेगी। हालांकि इस दौरान अस्पतालों में इक्का-दुक्का एंबुलेंस ही अलर्ट पर रहकर कार्य कर रही है। वहीं कंपनी पुराने कर्मचारियों के साथ ही कार्य करने का दावा कर रही है। इसके अलावा नए कर्मियों की भर्ती करने का कार्य भी पूरा कर लिया है। आगामी दिनों में कंपनी की ओर से 40 नई एंबुलेंस को दौड़ाने का फैसला भी लिया गया है।

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