संतानदात्री सिमसा माता मंदिर में पुजारियों और युवक मंडल के बीच नोकझोंक, बुलानी पड़ी पुलिस
लडभड़ोल(प्रमोद धीमान): जिला मंडी की तहसील लडभड़ोल की प्रसिद्ध संतान दात्री माता सिमस चैत्र नवरात्र के संपन्न होने के 1 दिन बाद मंदिर में शुक्रवार को शारदा माता मंदिर कमेटी और ग्राम पंचायत सिमस प्रधान सहित युवक मंडल सिमस के साथ एक आपसी विवाद हो गया।जहां घंटो विवाद होता रहा,जिससे दर्शन करने आए श्रद्धालुओं को भी परेशानियों का सामना करना।आपको बता दें कि शारदा माता मंदिर कमेटी द्वारा एक फरमान जारी किया गया था कि जिसमें माता सिमसा में धरने पर आई महिलाएं दशहरे के बाद नहीं सो सकेंगी।इस बात को लेकर ग्राम पंचायत प्रधान सहित युवक मंडल सिमस के साथ आपसी विवाद हो गया।जिस पर मौके पर स्थानीय पुलिस चौकी लडभड़ोल के विभिन्न कर्मचारी वहां पहुंचे।ग्राम पंचायत सिमस के प्रधान विवेक जसवाल ने कहा कि जब मंदिर में दर्शन करने के लिए आए तो उन्हें देखा कि मन्दिर की व्यवस्थाएं ठीक नहीं है।
उन्होंने कहा कि उन्होंने पिछली सरकार से भी मांग की थी यह सिमसा माता मंदिर का सरकारीकरण होना चाहिए था पर दुर्भाग्यपर्ण यह मंदिर पिछली सरकार ने इस मंदिर को सरकारीकरण नहीं किया।उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार से मांग करते हुए कहा कि यह सिमसा माता मंदिर का सरकारीकरण किया जाए।उन्होंने कहा कि इस मंदिर के सरकारीकरण को लेकर वे अपने ग्राम पंचायत के ग्रामीणों के साथ मिलकर शिमला में मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के साथ भी मिलेंगे।उन्होंने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार गोकुल बुटेल से सरकारीकरण को लेकर बात की गई है।उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन से उन्हें आश्वासन मिला है कि मंदिर के दानपात्र प्रशासन के सामने खुलेंगे और ग्राम पंचायत ग्रामीण और युवक मंडल के सदस्य इस मामले को लेकर एसडीएम जोगिंदरनगर को ज्ञापन भी सोपेंगे।
उधर शारदा माता मंदिर कमेटी के अध्यक्ष विनोद कुमार ने कहा कि शारदा माता मंदिर कमेटी सरकारीकरण को लेकर करने के लिए तैयार है और वह भी सोच विचार कर सरकारीकरण को लेकर फैसला लेंगे।उन्होंने कहा कि मंदिर की व्यवस्थाएं बिल्कुल अच्छी है और शारदा माता मंदिर कमेटी पर द्वारा लगाए गए आरोप निराधार है।इस बारे में स्थानीय तहसीलदार मेघना गोस्वामी ने कहा कि प्रशासन से जितनी मदद हो पाएगी प्रशासन उतनी मदद करेगा और नियमों के तहत प्रशासन को ज्ञापन सौंपे इस मामले को लेकर एसडीएम से मिलकर हल निकाला जाएगा।