ग्वालथाई में बसाए जाएंगे भाखड़ा विस्थापित, पटवार सर्किल समतैहण में 14 बीघा जमीन तय

बिलासपुर के भाखड़ा विस्थापितों का प्लाट्स के लिए दशकों का इंतजार अब शीघ्र ही खत्म हो जाएगा। जिला प्रशासन ने प्लाट से अब तक वंचित रहे 270 विस्थापितों को बसाने को लेकर कवायद आरंभ कर दी है। नयनादेवी उपमंडल से ताल्लक रखने वाले 46 विस्थापितों को पंजाब राज्य की सीमा से सटे इंडस्ट्रियल एरिया ग्वालथाई के समीप समतैहण में बसाने की तैयारी है। इसके लिए 14.4 बीघा जमीन का चयन किया है। सभी विस्थापितों को चरणवद्ध ढंग से बसाने के लिए कार्ययोजना तैयार की जा रही है।

बिलासपुर एम्स के पास भी साइट देखी जा रही है। बिलासपुर शहर में प्लाट से वंचित 270 भाखड़ा विस्थापितों को बसाने के लिए पिछले काफी अरसे से प्रयास हो रहे हैं, लेकिन कोई न कोई अड़चन होने की वजह से यह प्रयास सिरे नहीं चढ़ पाए। मगर उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक विस्थापितों के पुनर्वास को अपनी प्राथमिकता में शामिल करते हुए इस योजना को धरातल पर उतारने की प्रक्रिया को शुरू कर दिया है। खास बात यह है कि समतैहण एरिया नंगल के बहुत पास है और कनेक्टिविटी के लिहाज से भी बेहतर है। चिन्हित जमीन पंचायतीराज विभाग की है, जिसे राजस्व विभाग के नाम स्थानांतरित किया जाएगा। एसडीएम नयनादेवी धर्मपाल चौधरी ने बताया कि समतैहण लैहड़ी पटवार सर्किल के अधीन है, लिहाजा जमीन चयन के बाद अब अगली योजना को अंतिम रूप दिया जा रहा है। -एचडीएम

अभी तक 118 विस्थापितों को मिले प्लाट

118 भाखड़ा विस्थापितों को प्लाट आबंटित किए जा चुके है, जबकि शेष 245 विस्थापितों को प्लाट आबंटन के लिए कई सालों से प्रक्रिया जारी है। उपयुक्त जमीन उपलब्ध न होने की वजह से यह प्रक्रिया आगे से आगे खिसकती गई। इस आंकड़े में 25 और विस्थापित जुड़े है, जिसके बाद विस्थापितों की संख्या अब 270 हो गई है।

बिलासपुर के प्लाटों से वंचित रहे 270 भाखड़ा विस्थापितों के बसाव को लेकर योजनावद्ध ढंग से काम शुरू किया है। नयनादेवी उपमंडल से संबंधित 46 विस्थापितों को ग्वालथाई के पास समतैहण में बसाने के लिए 14.4 बीघा जमीन चिन्हित की गई है। अगली कार्ययोजना को अंतिम रूप दिया जाएगा

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