बिहार के दही सम्राट, 63 की उम्र, 3 मिनट में खाते हैं इतना KG दही, 8 साल से लगातार चैंपियन
बिहार के खान-पान में दही का किरदार अहम है. मगध हो या फिर मिथिला, पूरे बिहार में दही को लोग खूब चाव से खाते हैं. जहानाबाद के एक ऐसे इंसान हैं जिनको दही सम्राट कहा जाए तो गलत नहीं होगा. 63 वर्ष की उम्र में 18 के युवा पर भारी हैं. दही सम्राट के नाम से मशहूर प्रणय शंकर कांत की नजर जब दही पर पड़ती है, तो वो दही कब उनके पेट के अंदर चला जाता है, किसी को पता ही नहीं चलता. तभी तो 3 मिनट में 4 किलो 343 ग्राम दही खाने रिकॉर्ड आज तक कोई तोड़ नहीं पाया है.
दरअसल, मकर संक्रान्ति के बाद सुधा डेयरी प्रोजेक्ट की ओर से राष्ट्रीय स्तर पर “दही खाओ ईनाम पाओ” प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है. इस प्रतियोगिता में बिहार सहित अलग अलग राज्यों से लोग भाग लेते हैं. इसी प्रतियोगिता में 2016 से लगातार प्रणय शंकर कांत विजेता बनते आ रहे हैं. आज तक किसी भी श्रेणी में इनसे ज्यादा कोई दही नहीं खा पाता है.
2024 में भी रहें ओवरऑल विजेता
2016 से लेकर 2024 तक लगातार दही सम्राट का खिताब जहानाबाद निवासी प्रणय शंकर कांत के सिर सज रहा है. 18 जनवरी को संपन्न हुए प्रतियोगिता में भी प्रणय शंकर कांत के सिर ही ओवरऑल विजेता का खिताब मिला क्योंकि पुरुष, महिला और बुजुर्ग श्रेणी में इन्होंने सबसे ज्यादा दही खाया. हालांकि प्रणय को खुद का रिकॉर्ड ना तोड़ने का दुख है.
प्रणय बताते हैं कि इस बार थोड़ा गड़बड़ा गया. सोचा था कि इस बार खुद का 4 किलो 343 ग्राम वाला रिकॉर्ड तोड़ कर नया रिकॉर्ड बना दूं लेकिन नहीं हो पाया. इस बार बैठने में गलती हो गई नहीं तो 5 किलो के पार दही खा जाता.
63 की उम्र रोज 20 किमी चलते हैं पैदल, नहीं है कोई बीमारी
63 वर्ष उम्र होने के बाद भी प्रणय शंकर कांत बिल्कुल स्वस्थ्य हैं. इन्हें कोई बीमारी नहीं है. इनको अगर कोई बुजुर्ग कह दें तो बुरा मान जाते हैं. इतना दही खा जाने पर प्रणय बताते हैं कि प्रतिदिन 15 से 20 किमी पैदल चलता हूं. माघ महीना में भी गर्मियों जैसी पसीना निकालता हूं.
शरीर को स्वस्थ्य रखने के लिए करीब 50 तरह का एक्सरसाइज रोज आधा घंटा सुबह में करता हूं साथ ही लोगों को सिखाता भी हूं. इसी वजह से आज तक बीपी, सुगर जैसी कोई बीमारी नहीं है. आज भी दही या रसगुल्ला खाने के मामले में प्रणय शंकर कांत के सामने कोई नहीं टिक पाता है.