बारिश से तबाही; गाडिय़ां बही, सडक़ेंं टूटी, हिमाचल में बरसात का कहर, कुल्लू की मौहल खड्ड में बाढ़ से नुकसान

 

जिला कुल्लू की मौहल खड्ड में भारी बारिश से बाढ़ आ गई, जिससे 12 वाहन पानी की चपेट में आ गए। पानी के बहाव में वाहन 200 मीटर तक बह गए। शनिवार रात हुई भारी बारिश से मौहल खड्ड उफान पर आ गई। पानी के बहाव में सडक़ के साथ पार्क वाहन चपेट में आ गए। बाढ़ की चपेट में आए वाहन मालिकों को लाखों का नुकसान हुआ है। जानकारी के अनुसार वाहनों के मालिक खड्ड की कुछ ही दूरी पर रहते थे। जैसे ही उन्हें बाढ़ का पता चला तो वाहन मालिक वाहनों को बचाने के लिए खड्ड की तरफ दौड़े, लेकिन पानी का बहाव ज्यादा होने से गाडिय़ों को नहीं बचा सके।

बगस्याड़ में मलबे में दबी दो गाडिय़ां

बगस्याड़ कस्बे में रविवार सुबह सडक़ के साथ खड़ी दो गाडिय़ों मलबे में दब गई। इसमें एक गाड़ी को निकाल दिया है, जबकि दूसरी गाड़ी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है। बरसात की इस पहली बारिश ने गोहर व सराज क्षेत्रों में करोड़ों का नुकसान हुआ है। ऐसे में सबसे अधिक नुक्सान पीडब्ल्यूडी, जल शक्ति विभाग व विद्युत बोर्ड को हुआ है।

भू-स्खलन से मंडी-पठानकोट एनएच चार घंटे बंद

नेशनल हाई-वे मंडी-पठानकोट मार्ग शनिवार रातभर से जारी मूसलाधार बारिश के चलते घटासनी के पास स्वाड़ नाला में मलबा आने से चार घंटे अवरुद्ध रहा। शनिवार रात साढ़े तीन बजे से बंद मार्ग में सुबह करीब साढ़े सात बजे यातायात बहाल हो पाया। इस दौरान एनएच के दोनों छोरों पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। इससे एनएच में सफर कर रहे यात्रियों को परेशान होना पड़ा।

रामपुर क्षेत्र के 15/20 क्षेत्र के सरपारा पंचायत के सुग्गा में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। कुदरत के कहर से क्षेत्र में बनी 14 मेगावाट की ग्रीनको परियोजना की पेनस्टॉक लाइन भी क्षतिग्रस्त हुई। इस घटना में परियोजना की लोहे की मोटी पाइप लाइन फटने से परियोजना का पानी भी बाढ़ को विकराल रूप देने का कारण बना। इसके चलते स्थानीय लोगों की कई बीघा खेती योग्य जमीन पानी से बह गई। बाढ़ की चपेट में आने से एक गोशाला व आरा मशीन शेड को भी नुकसान पहुंचा है। रामपुर-सरपारा सडक़ भी अवरुद्ध हुई है। घटना की सूचना मिलते ही राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंची। स्थानीय पंचायत उपप्रधान सीएल नेगी ने बताया कि इस हादसे में कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन लोगों की खेती योग्य कई बीघा जमीन क्षतिग्रस्त हुई है। स्थानीय लोगों ने 14 मेगावाट की जल विद्युत परियोजना को बरसात के मौसम में बंद करने की मांग उठाई है। उनका कहना है कि गांव के ऊपर बिछाई गई पेन स्टॉक लाइन कभी भी ग्रामीणों के लिए खतरे का कारण बन सकती है। क्योंकि ऊपर से पत्थर अथवा लहासा गिरने से पाइप लाइन टूटने का खतरा है। परियोजना प्रबंधन से बार-बार फरियाद लगाने के बाद भी मांग को अनदेखा किया जा रहा है।

सराज क्षेत्र की तुंगाधार पंचायत के बाड़ा गाड़ नाले में शनिवार रात बादल फटने से तीन वाहनों समेत एक मकान व गोशाला जमींदोज हो गए है। स्थानीय पंचयात के प्रधान राज ठाकुर ने बताया कि तुंगाधार के साथ लगते बाड़ा गाड़ नाले में पानी के तेज बहाव की आवाज सुनते ही लोग घर से बाहर निकल गए। पानी के साथ आया कीचड़ भरत राज पुत्र राजेंद्र कुमार की जीप (एचपी 66 2428), किशोरी लाल पुत्र राजेंद्र कुमार की स्कार्पियो (एचपी 63 सी 4104) के अलावा गोविंद राम निवासी गांव रुहाड़ा की कार (एचपी 32ए 2788) करीब 300 मीटर नाले में बह गई। इतना की नहीं, बरसात के इस भयानक कहर ने आलम चंद पुत्र माघु राम के तीन कमरों के मकान, एक दुकान व गोशाला में तबाही मचा दी। इस हादसे में पीडि़तों का लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। रविवार को मौसम साफ होते ही एसडीएम बचित्र सिंह ठाकुर, तहसीलदार थुनाग दीक्षांत ठाकुर सहित राजस्व विभाग की टीम ने घटनास्थल का दौरा कर नुकसान की रिपोर्ट तैयार करनी शुरू कर दी है।

पत्थरों ने मोड़ा पानी का बहाव

तुंगाधार पंचायत के प्रधान राज कुमार का कहना है कि शनिवार रात हुई भयंकर बारिश के चलते बाड़ा गाड़ नाले में बाढ़ में बह कर आए पत्थर व पेड़ सहित सिंचाई पाइपों के कल्वर्ट में फंसने से पानी का रुख गांव की मुड़ गया, जिससे पानी से तबाही मचा दी।

बाढ़ की चपेट में आए वाहनों के मालिकों को लाखों का नुकसान

बाढ़ की चपेट में आए वाहनों में रामदेव की सफारी गाड़ी और ट्रैक्टर, सागर की बोलेरो, गिरधारी की इनोवा, दर्शन की कार, सूरत की बोलेरो व ट्राली, विजय का ट्रैक्टर-ट्राली, बाबू राम का टै्रैक्टर-ट्राली, राजू राम का हॉट प्लांट, मुकेश की ट्राली, सुंदर की ट्राली और एक कंप्रेशर चपेट में आया है। सभी वाहनों का लाखों का नुकसान हुआ है।

समखेतर नाले में बाढ़ से बही सडक़ गांवों का संपर्क कटा

शनिवार रात मूसलाधार बारिश से कुराटी-ढग़ौण सडक़ में समखेतर गांव के पास नाले में बाढ़ आने से लोक निर्माण विभाग के पाइप, कल्वर्ट दोबारा बह जाने से सडक़ का हिस्सा भी बह गया है। इस सडक़ के अधीन आने वाले गांवों का संपर्क टूट गया है और अब जान जोखिम में डालकर ग्रामीण खड्ड को आरपार कर गंतव्यों की ओर बढ़ रहे हैं।

सीपीएस सुंदर सिंह ठाकुर ने लिया नुकसान का जायजा

कुल्लू। रविवार सुबह जेसीबी के माध्यम से वाहनों को खड्ड से बाहर निकाला गया। सूचना मिलते ही सीपीएस सुंदर सिंह ठाकुर भी नुकसान का जायजा लेने के लिए मौके पर पहुंचे और प्रभावितों से बातचीत की। सीपीएस सुंदर सिंह ठाकुर ने बताया कि मौहल खड्ड में बाढ़ आने से गाडिय़ों का लाखों का नुकसान हुआ है।

चंडीगढ़-मनाली एनएच पर पंडोह में सडक़ धंसने से बनी झील

पंडोह। शनिवार रात जमकर हुई बारिश ने खूब तबाही मचाई है। चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाई-वे पंडोह आर्मी कैंट के पास सडक़ धंसने से गड्ढे में तबदील हो गई है। बरसात का सारा पानी जमा होने से वाहनों का चलना मुश्किल हो गया है। छोटी गाडिय़ां पानी में तैरती हुई नजर आ रही है। दोनों तरफ वाहनों के लंबे जाम से सडक़ में बंद जैसा माहौल है।

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