HPPSC की टिप्पणी पर भड़का HPSSC संघ: कहा- सभी कर्मचारी भ्रष्ट नहीं, रात-दिन मेहनत कर 1 साल में कराईं 167 छंटनी परीक्षाएं

शिमला स्थित पब्लिक सर्विस कमीशन द्वारा टिप्पणी किए जाने पर हमीरपुर के भंग किए कर्मचारी चयन आयोग के कर्मचारी बुरी तरह भड़क गए हैं। संघ का कहना है कि पब्लिक सर्विस कमीशन की उनके बारे में की गई ऐसी टिप्पणी से निर्दोष कर्मचारी बेहद हताश और निराश हैं।

हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग संघ की वरिष्ठ उपाध्यक्ष सविता गुलेरिया और महासचिव जोगिंदर सिंह ने कहा है कि सभी कर्मचारी भ्रष्ट नहीं हैं। जिन्होंने दिन रात मेहनत करके एक साल में 167 छंटनी परीक्षाएं आयोजित करवाईं। मूल्यांकन प्रक्रिया और अंतिम परिणाम घोषित करवाने में अहम भूमिका अदा की है। उनकी सत्य निष्ठा पर सवाल उठाना उचित नहीं है।

गोपनीय शाखा ने किया कलंकित

संघ का कहना है कि आयोग की गोपनीय शाखा की वजह से सारे कर्मचारियों को कलंकित किया जाना गलत है। उनका कहना है कि आयोग में हो रही अनियमितताओं के बारे में कई बार आयोग में कार्यरत कर्मचारियों ने उच्च अधिकारियों को मौखिक रूप में बताया है, लेकिन उनकी बातों को बिना किसी जांच के हर बार नजरअंदाज किया जाता रहा है।

गड़बड़झाला करने वालों पर हो सख्त कार्रवाई

लेकिन जब हर समय कर्मचारियों को नजरअंदाज किया जाएगा तो फिर निर्दोष और कर्मठ कर्मचारी क्यों खामियाजा भुगतें। गलती की सजा उन्हें मिले, जिन्होंने गड़बड़झाला किया है। जिन्होंने गड़बड़झाला किया उन अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही अमल में लाई जाए।

सरकार से किया विनम्र आग्रह

संघ ने सरकार से विनम्र आग्रह किया है कि कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों के कृत्यों की वजह से किसी संस्था को समाप्त करके उसमें कार्यरत कर्मचारियों के भविष्य से खिलवाड़ न किया जाए। जब भी कर्मचारी चयन आयोग के बारे में ठोस निर्णय लिया जाना है। तो कर्मचारी चयन आयोग संघ के पदाधिकारियों को भी विश्वास में लिया जाए। ताकि समस्त निर्दोष कर्मचारियों के हितों की भी रक्षा हो सके।

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