मार्च 2024 तक शुरू होगा लारजी प्रोजेक्ट, भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड को दिया है काम

साल 2023 में बरसात के मौसम आई भारी बाढ़ के कारण तबाह हुए बिजली बोर्ड के लारजी प्रोजेक्ट को बहाल करने में अभी वक्त लगेगा। यह काम राज्य सरकार ने भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड को दिया था, क्योंकि इसी पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग की मशीनें इस प्रोजेक्ट में लगी थी। पहले उम्मीद थी कि नवंबर अंत तक यह काम पूरा हो जाएगा, लेकिन अब नई डेडलाइन आई है कि मार्च 2024 तक ही प्रोजेक्ट में उत्पादन बहाल होने की उम्मीद है। 126 मेगावाट विद्युत उत्पादन ठप होने से सर्दियों में राज्य सरकार को और बिजली खरीदनी पड़ी है। हालांकि केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय ने भी थोड़ी मदद इसमें सरकार की है, लेकिन बैंकिंग और खरीद की बिजली ज्यादा लेनी पड़ी है। गौरतलब है कि नौ से 11 जुलाई के बीच ब्यास नदी में आई भयंकर बाढ़ के कारण लारजी बिजली प्रोजेक्ट के पावर हाउस में ब्यास नदी का पानी घुस गया था। पूरा पावर हाउस सिल्ट से भर गया, जिससे मशीनों को भी क्षति पहुंची।

राज्य सरकार ने इस नुकसान के आकलन के लिए राज्य सचिवालय से अफसर भी नियुक्त किए थे। इसके बाद आई रिपोर्ट के आधार पर हिमाचल प्रदेश सरकार ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को 658 करोड़ रुपए की क्षति रिपोर्ट भेजकर कथित तौर पर डबल डेकर फोरलेन के निर्माण के कारण 126 मेगावाट की लारजी जल विद्युत परियोजना में हुई तबाही के लिए मुआवजे की मांग की थी। यह मुआवजा भी अभी तक नहीं मिला। राज्य सरकार ने तर्क दिया था कि एनएचएआई ने पावर हाउस की डाउनस्ट्रीम में डबल डेकर रोड बनाया है। आरोप था कि एनएचएआई इस निर्माण के लिए नदी तल से चार मीटर अंदर घुस गया। इससे ब्यास नदी संकरी हो गई और वाटर लेवल ऊपर आ गया। इस कारण लारजी प्रोजेक्ट की में एंट्रेंस से ही ब्यास नदी का पानी अंदर चला गया। राज्य सरकार के ऊर्जा सलाहकार रामसुभग सिंह ने बताया कि लारजी बिजली प्रोजेक्ट को मार्च 2024 तक ही बहाल किया जा सकेगा। इसे बाहर करने में कितनी लागत आएगी, इसकी रिपोर्ट मांगी गई है।

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