मैंझा के 21वर्ष की आयु में हुए शहीद को आजतक नहीं मिला सम्मान: संजय चौहान



निजी स्कूलों से बेहतर शिक्षा मानक हैं सरकारी स्कूलों में

शिक्षा की हालत ऐसी है कि पांचवीं कक्षा का छात्र दूसरी कक्षा की पढ़ाई करने में असमर्थ है


“सामाज के निर्माण में विद्यार्थियों की जिम्मेदारी बहुत बड़ जाती है जिसके उन्हें अपने कंधे मज़बूत बनाने पड़ेंगे और इस प्रक्रिया में माता-पिता और शिक्षकों की भूमिका अत्यंत रूप से बढ़ जाती है” बोले संजय सिंह चौहान चेयरमैन हिमाचल प्रदेश सहकारी कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक विभिन्न पाठशालाओं के वार्षिक समारोह में!उन्होंने आगे बताया कि माननीय मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा है कि इस सेशन में ही देंगे आयु सीमा में छूट इसके बाद छह वर्ष की आयु वाला बच्चा ही जाएगा प्रथम कक्षा में यह जानकारी दी माननीय अध्यक्ष ने राजकीय उच्च पाठशाला बैरघटा एवं मैंझा में उपस्थित हुए बतौर मुख्य अतिथि वार्षिक समारोहों में उन्होंने आगे कहा प्रदेश सरकार पहुंचेगी आपके घर आपके द्वार और समाधान करेगी सभी की समस्याओं का।


संजय सिंह चौहान ने शोक जताया है कि भाजपा सरकार के विधायक तथा पूर्व में रहे विधायक एवं सी पी ऐस अप्पर मैंझा के 21वर्षीय हरपाल सिंह जो वर्ष 2000 में शहीद हुए थे को आज तक 23 वर्षों तक सम्मान नहीं पा सका! लेकिन आज इस मंच से घोषणा करता हूँ कि इस पाठशाला को जल्द ही हरपाल का नाम दे कर उसे सम्मानित किया जाएगा।
चौहान ने कहा कि प्रदेश में शिक्षा की हालत ऐसी है कि पांचवीं कक्षा का छात्र दूसरी कक्षा की पढ़ाई करने में असमर्थ हैं और इस पर माननीय मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी पर गंभीरता से संज्ञान लिया है और पिछले वर्षों में आई शिक्षा के स्तर में गिरावट को देखते हुए शिक्षा व्यवस्था में सुक्खू सरकार ने बहुत से बदलाव किए हैं। सरकारी स्कूलों का स्तर सुधारने के लिए पहली कक्षा से इंग्लिश मीडियम में पढ़ाई शुरू करने का फैसला लिया गया। बच्चों को अब केवल छह साल पूरे होने पर ही पहली कक्षा में दाखिला दिए जाने का प्रावधान किया गया है। हालांकि इस बार कुछ माता पिता की डिमांड को देखते हुए आयुसीमा में दो तीन महीने की छूट देने पर विचार किया जा रहा है, लेकिन अगले वर्ष से छह साल आयु सीमा पर शर्त एडमिशन में लागू होगी।


संजय सिंह चौहान ने कहा पूर्व बीजेपी सरकार किस तरह से धांधली करती रही आपके समक्ष है तरह से भंग हुए हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग में पैसे लेकर नौकरियां दी जाती थीं वो सभी को मालुम है।


उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था को बदलने मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है जेओए आईटी 817 का रिजल्ट
जल्द ही घोषित किया जाएगा व्यवस्था परिवर्तन के तहत
आउटसोर्स की नौकरियों के लिए लाएंगे नई नीति इसी साल 20 हजार नौकरियां देने जा रही प्रदेश सरकार
के लिए हमने राज्य चयन आयोग का गठन किया है, जिसमें पूरी पारदर्शिता के साथ काम होगा। उन्होंने कहा कि जेओएआईटी 817 जिसकी भर्ती प्रक्रिया वर्ष 2020 में शुरू हुई थी उसका रिजल्ट पूर्व भाजपा सरकार की नाकामी के कारण नहीं बल्कि केंद्र से सहायता न मिल सकने का कारण है! सुक्खू सरकार ने पहले हाई कोर्ट में फिर सुप्रीम कोर्ट में जाकर मामले को सुलझाया और अब बहुत जल्द इसका रिजल्ट घोषित करने जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इसमें 1800 के लगभग पद भरे जाने हैं! सरकार 20 हजार नौकरियां इसी साल देने जा रही है। 984 पद पटवारियों के साढ़े 1200 स्पेशल कमांडो फोर्स के जिसमें 30 प्रतिशत महिलाओं के पद होंगे, 2021 वन मित्र और आईपीएच में 9 हजार पंप ऑपरेटर और पैराफिटर के पद भरे जाएंगे।


संजय सिंह चौहान ने कहा 680 करोड़ रुपए की राजीव गांधी स्वरोजगार स्टार्ट अप योजना के पहले चरण के तहत ई-टैक्सी योजना शुरू की गई है। राज्य सरकार ई-टैक्सी की खरीद के लिए युवाओं को 50 प्रतिशत सब्सिडी भी प्रदान कर रही है इसके साथ ही कॉलेज विद्यार्थियों को भी सब्सिडी पर ई-स्कूटी उपलब्ध करायी जा रही है! इसके अलावा सौर ऊर्जा परियोजना स्थापित करने के लिए भी राज्य सरकार आर्थिक मदद प्रदान करेगी और 25 वर्ष तक उनसे बिजली की खरीद करेगी, ताकि उन्हें निश्चित आय मिल सके। उन्होंने कहा कि किसानों की आर्थिक समृद्धि के लिए आगामी बजट में प्राकृतिक खेती पर आधारित निश्चित आय प्रदान करने वाली योजना लाई जाएगी।


संजय सिंह चौहान ने कहा सुक्खू सरकार 17 जनवरी से
सरकार आपके द्वार कार्यक्रम का आगाज करने जा रही है। इस कार्यक्रम के तहत सभी विधायक अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में गांव-गांव जाकर प्रदेश सरकार की
उपलब्धियों के बारे में बताएंगे।


संजय सिंह चौहान ने बताया हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों के 200 शिक्षक एक्सपोजर विजिट के लिए सिंगापुर जाएंगे। राज्य में अंग्रेजी मीडियम के स्कूल खोलने की गारंटी सरकार ने पूरी कर दी है हिमाचल प्रदेश की प्राइमरी से सीनियर सेकेंडरी स्तर की 2050
पाठशालाओं को चरणबद्ध तरीके से ‘मुख्यमंत्री स्कूल ऑफ एक्सीलेंस’ बनाया जाएगा। यह जानकारी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शुक्रवार को शिक्षा विभाग की एक समीक्षा बैठक में दी।


इसी अवसर पर पाठशाला की मुख्याध्यापकों ने अपने-अपने स्कूलों की वार्षिक रिपोर्ट पेश कीं जिनमें उन्होंने ने विद्यालयों की उपलब्धियों और समस्याओं के बारे में बताया!
अंत में संजय सिंह चौहान ने बच्चों द्वारा की गई प्रस्तुति की सराहना की और आशीर्वाद देते हुए कहा कि विद्यार्थियों के कंधों पर समाज निर्माण का सबसे बड़ा बोझ होता है इसलिए उन्हें अपने कंधे मज़बूत बनाने पड़ेंगे और इस प्रक्रिया में माता-पिता और शिक्षकों की भूमिका अत्यंत रूप से बढ़ जाती है” समाज में बढ़ती जा रही नशा खोरी और अन्य कुरीतियों से बचाने का मुख्य दायित्व विद्यार्थियों का भी होता है!

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