सुख की सरकार ने जो कहा वो पूरा किया, मौजूदा विधायक के स्कूल में केवल 48 बच्चे?- संजय सिंह चौहान


शिक्षा के स्तर के गिरावट का मुख्य कारण पूर्व में रही भाजपा सरकार की लापरवाही का नतीज़ा है: संजय सिंह चौहान

योग, खेल, नृत्य, मूर्तिकला, संगीत जैसे विषय होंगे सम्मलित मुख्य पाठ्यक्रम में


“यह दुर्भाग्य की बात है कि मौजूदा विधायक के अपने गांव में अपने घर के साथ सटे स्कूल में केवल 48 ही विद्यार्थी हैं इसके अलावा आज भी सुलह विधानसभा में कुछ ऐसे स्कूल हैं जहां बच्चे अभी भी टाटों पर बैठ कर शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं और यह मैंने पाया है अपनी पूरी विधानसभा के दौरों में और यह सीधे तौर पर लापरवाही है हमारे पूर्व में रहे अगुवों की” बोले संजय सिंह चौहान चेयरमैन हिमाचल प्रदेश सहकारी कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित हुए राजकीय उच्च पाठशाला ननाओं के वार्षिक पारितोषिक समारोह में। उन्होंने आगे कहा कि बहुत से ऐसे स्कूलों का भी निरीक्षण किया गया है जिन में शौचालय भी पर्याप्त अवस्था में नहीं हैं और इस सन्दर्भ में माननीय मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू तक रिपोर्ट पहुंचा दी गई है जिस में एक विशेष आर्थिक पैकेज के लिए निवेदन किया गया है।


इस अवसर पर नीना गुलेरीया मुख्याध्यापिका ने माननीय अध्यक्ष से साँस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति की अनुमति ली और कार्यक्रम की शुरुआत करवाई गयी जिस के मध्य में वार्षिक रिपोर्ट पेश की गई जिसमें उन्होंने स्कूल की उपलब्धियों और समस्याओं के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा की।


संजय सिंह चौहान ने इस सन्दर्भ में कहा कि जो भी समस्याएं पाठशाला द्वारा उजागर की गईं हैं यह समस्याएँ पिछले कई वर्षों से सामने आ रही हैं और उन्हें के विधायक जो इसी गांव ननाओं के स्थायी निवासी और इस पाठशाला के पड़ोसी सदस्य भी हैं के समक्ष कई बार रखी गई हैं लेकिन उन्होंने हमेशा ही अनसुनी की है! और इस प्रश्न का उत्तर उन्हें यहां पढ़ रहे विद्यार्थियों के अभिभावकों को देना ही पड़ेगा।


संजय सिंह चौहान ने कहा कि सुक्खू सरकार शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर अत्यंत गंभीर है क्यूँकी पिछली भाजपा सरकार द्वारा कोई भी विशेष आर्थिक व्यवस्था का प्रावधान शिक्षा के क्षेत्र में नहीं किया है। जो एक दुर्भाग्य की बात है! लेकिन सुक्खू सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित किए जा रहे हैं जिनमें सुखाश्रेय, विधवा महिला के बच्चों के लिए शिक्षा में आर्थिक सहायता, मेधावी बच्चों के लिए लैपटॉप, विशेष बच्चों के लिए आर्थिक एवं सामाजिक सुरक्षा, राजीव डे बोर्डिंग स्कूल खोले जाएंगे जैसी योजनाएं उपलब्ध हैं।


संजय चौहान ने आगे बताया कि प्रदेश शिक्षा नीति 2023 के अनुसार संस्कृत और अंग्रेज़ी भाषा को अधिक महत्व देते हुए कक्षा पांचवीं तक मुख्यतः प्रदान कर दी गई है!
उन्होंने आगे बताया कि इसके अलावा तीसरी से पांचवीं कक्षा के लिए एक ही पुस्तक होगी! 8,828 करोड़ रुपये खर्च करेगी सरकार, अब टाट पर नहीं बैठेंगे सरकारी स्कूलों के बच्चेरिपोर्ट कार्ड ‘समग्र’ होंगे, जो छात्र के कौशल के बारे में जानकारी प्रदान करते हैं। प्रत्येक विषय को अतिरिक्त पाठ्यक्रम न मान कर पाठ्यक्रम के रूप में देखा जाएगा जिसमें योग, खेल, नृत्य, मूर्तिकला, संगीत आदि शामिल हैं।


अंत में संजय सिंह चौहान ने उपस्थित सभी विद्यार्थियों अभिभावकों शिक्षकों पंचायत प्रतिनिधियों व स्थानीय जनता को माननीय मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार द्वारा दी गई गारंटीयों की समीक्षा की और विस्तारपूर्वक उनकी की गयी पूर्ति की समीक्षा की व प्रदेश सरकार का धन्यावाद भी दिया।

 

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