बिना जानकारी स्मार्ट फोन यूज करना रिस्की, साइबर ठग ऐसे लगा रहे बैंक खातों में सेंध

साइबर क्राइम से बचने के लिए लोगों को स्मार्ट फोन के इस्तेमाल व सोशल मीडिया के उपयोग की सही जानकारी होना जरूरी है। साइबर सैल शिमला ने इस बारे में एडवाइजरी जारी की है। साइबर सैल शिमला के एएसपी भूपेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि विज्ञान की बनाई हर चीज के भी दो पहलू हैं। सही इस्तेमाल वरदान है, तो दुरुपयोग अभिशाप बन सकता है। इसलिए जानकारी रखना जरूरी है।

ऑडियो रिकार्डिंग के साथ लोकेशन ट्रैक

ये टूल फोन कॉल सहित ऑडियो रिकार्ड कर सकते हैं। इसके अलावा फोन की लोकेशन ट्रैक कर सकते हैं। टैक्स्ट मैसेज, फाइल्स, चैट्स, कामर्शियल मैसेजिंग ऐप कंटेंट, कॉन्टैक्ट्स और ब्राउजिंग हिस्ट्री सहित फोन पर लगभग सभी कंटेंट को एक्सेस और रिट्रीव कर सकते हैं।

मोबाइल एप्लीकेशन करें अपडेट

हालांकि यह जानना कठिन है कि क्या आपको विशेष रूप से टारगेट किया जा रहा है, एजेंसी द्वारा लिस्ट कुछ स्टेप हैं जिनका फॉलो करके कोई भी भविष्य में सुरक्षित रह सकता है। डिवाइस ऑपरेटिंग सिस्टम और मोबाइल एप्लिकेशन को नियमित रूप से अपडेट करें। जिन लोगों को आप नहीं जानते उनके द्वारा भेजे गए लिंक या अटैचमेंट को ओपन करने से बचें।

संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें

संदिग्ध लिंक पर क्लिक करने से पहले यूआरएल चैक करें या सीधे वेबसाइट पर जाएं। मोबाइल डिवाइस को नियमित रूप से री-स्टार्ट करें, जो मालवेयर को नुकसान पहुंचाने या हटाने में मदद कर सकते हैं। पासवर्ड से अपने डिवाइस को सुरक्षित रखें। जब भी संभव हो अपने डिवाइस का फिजिकल कंट्रोल बनाए रखें। विश्वसनीय वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क का उपयोग करें। डिवाइस पर जियोलोकेशन ऑप्शन और कवर कैमरा डिसेबल करें। एजेंसी ने दावा किया है कि ये प्वाइंटर्स यूजर्स को सुरक्षित रहने में मदद करेंगे, लेकिन इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि हैक होने की स्थिति में वे आपकी सुरक्षा करेंगे।

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