चंबा बस सेवा पर घमासानः सीटीयू के चालक-परिचालक की पिटाई, हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने बस पर लगाई रोक

चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग (सीटीयू) की आईएसबीटी-43 से चंबा की बस को लेकर घमासान मचा हुआ है। मामला मारपीट तक पहुंच गया है। ऊना में सीटीयू के चालक और परिचालक को पीटने के बाद जान से मारने की धमकी दी गई है। एफआईआर भी दर्ज हो चुकी है। इस रूट को लेकर हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट में एक केस भी चल रहा है, जिस पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने सोमवार को सीटीयू की बस पर रोक लगाई है।

 

चंबा रूट को लेकर यह गहमागहमी मई महीने से ही चल रही है। दो मई को पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित ने चंबा समेत कई जिलों के लिए सीटीयू की किफायती बस सेवा को हरी झंडी दिखाई थी। सीटीयू की इस बस को सभी डिपो से एनओसी मिल गई थी।

चंबा और जालंधर आरटीओ ने समय सारिणी भी दे दी, लेकिन धर्मशाला और ऊना आरटीओ से समय सारिणी के लिए सीटीयू का पत्राचार चलता रहा। बस के शुरू होने के कुछ दिन बाद ही एक निजी ऑपरेटर द्वारा आरटीओ ऊना को शिकायत दी मई। ऊना ने मई माह में ही चंडीगढ़ को पत्र लिखा और कहा कि सीटीयू की बस बिना समय सारिणी और काउंटर साइन के चंबा के लिए चल रही है। सीटीयू ने इस पत्र का जवाब उसी दिन दिया। कहा कि चंडीगढ़ में हिमाचल रोडवेज की करीब 400 बसें चलती हैं, जिनमें से करीब 20 के पास ही समय सारिणी व काउंटर साइन हैं। उन्होंने आवेदन किया हुआ है। जैसे ही राज्य के साथ एग्रीमेंट होगा, वह इस कार्रवाई को पूरा कर लेंगे।

साथ ही कहा गया कि अचानक लिए किसी फैसले से सवारियों को परेशानी हो सकती है इसलिए जनता के हित में ही फैसला लिया जाए। हालांकि, कुछ दिनों बाद देवी दर्शन बस सर्विस ने सीटीयू की चंबा बस के खिलाफ हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट में याचिका दायर की और बस को रोकने की मांग की।

हाईकोर्ट ने चंडीगढ़ को नोटिस जारी किया और फिर 28 अगस्त को हुई सुनवाई में बस को रोकने के आदेश जारी कर दिए। अब मामले की अगली सुनवाई तीन अक्तूबर को होगी। बता दें कि चंडीगढ़ से यह एकमात्र बस थी, जो दिन के समय में चंबा जाती थी। अन्य सभी रोडवेज की बसें रात में जाती हैं।

बिना समय-सारिणी हिमाचल से रोजाना आ रहीं करीब 400 बसें

सारा विवाद समय सारणी और काउंटर साइन को लेकर है। बसें चलाने के लिए राज्यों के साथ रेसिप्रोकल एग्रीमेंट होता है। हिमाचल के साथ एग्रीमेंट हुए 30 साल से ज्यादा समय हो चुका है। पुराने समय सारिणी के हिसाब से ही बसें चलाई जा रही है। इसी का हवाला देकर सीटीयू की चंबा बस को रोका जा रहा है जबकि रोजाना हिमाचल से चंडीगढ़ में 400 बसें आती हैं, जिनमें से 15-20 के पास ही समय सारिणी और काउंटर साइन हैं। कई स्पेशल बसें भी चल रही हैं, जो चौक पर व बस स्टैंड के बाहर ही सवारियों को उतार देते हैं।

चंडीगढ़ गवर्नमेंट ट्रांसपोर्ट वर्कर्स यूनियन के महासचिव सतिंदर ने कहा कि सीटीयू के चालक-परिचालक के साथ मारपीट करने वालों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। भविष्य के लिए एसटीए को भी सख्त फैसले लेने पड़ेंगे ताकि सीटीयू की बसों में सफर करने वाली आम जनता को परेशानियों का सामना न करना पड़े। परिवहन विभाग के निदेशक प्रद्युमन सिंह ने कहा कि वह विभिन्न विभागों के संपर्क में हैं और मामले को हल करने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि हिमाचल की भी कई बसें बिना काउंटर साइन के चल रही हैं।

सीटीयू की बस के सामने बस लगाकर रोकी

मारपीट को लेकर ऊना के अंब थाना में केस दर्ज कराया गया है। शिकायत के अनुसार सीटीयू के चालक और परिचालक रविवार को तलवाड़ा के अपने रूट पर ड्यूटी कर रहे थे। एक प्राइवेट बस देवी दर्शन, उसका तलवाड़ा से चलने का समय 1:24 बजे है, जबकि सीटीयू की बस का तलवाड़ा से चलने का समय 1:39 बजे है। जब सीटीयू की बस 2:12 बजे दौलतपुर पहुंची तो थोड़ी देर बाद सीटीयू की बस ने ओवरटेक के लिए साइड मांगी, लेकिन दूसरी बस ने असावधानी तरीके से बस चलाई, जिससे सीटीयू की बस खंभे से टकराने से बची। कुछ सवारियों को हल्की चोटें भी आईं। आगे जाकर देवी दर्शन बस के चालक ने बीच सड़क बस खड़ी कर दी और रास्ता रोक लिया। नीचे उतरने पर अन्य कुछ युवकों के साथ हमला बोल दिया, जिससे सीटीयू चालक के बाजू और परिचालक के मुंह पर चोट आई है। वर्दी भी फाड़ दी और कहा कि दोबारा इस रूट पर आए तो टांगे तोड़ देंगे। जान से मारने की भी धमकी दी। शिकायत में कहा है कि सारी घटना सीसीटीवी में कैद है।

सालासर बालाजी के लिए सेवा शुरू की तो राजस्थान ने रोकी थी बस
अगस्त 2022 में सीटीयू की एक बस को राजस्थान परिवहन विभाग ने चुरू में रोक कर जब्त कर ली। इसके कुछ ही देर बाद रात में चंडीगढ़ के एसटीए ने राजस्थान की एक बस और अगले दिन सुबह-सुबह 6 बसों का चालान काटा। तुरंत बाद पुलिस ने इन बसों को जब्त कर लिया और सेक्टर-17 थाने के पास की पार्किंग में खड़ी कर दी। एसटीए ने कहा था कि राजस्थान की बसों के चालकों के पास पूरे दस्तावेज मौजूद नहीं हैं। रूटीन जांच में जो कमियां मिलीं, उसके अनुसार कार्रवाई की गई। हालांकि, चंडीगढ़ की इस कार्रवाई के बाद से मामला शांत है और बसें सामान्य तरीके से चल रही हैं।

निजी ऑपरेटर और सीटीयू में विवाद में एचआरटीसी का लेना देना नहीं

चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग (सीटीयू) की चंडीगढ़-चंबा रूट पर चलने वाली बस को लेकर हुए विवाद को लेकर एचआरटीसी के महाप्रबंधक पंकज सिंघल का कहना है कि ऊना के निजी बस ऑपरेटर और सीटीयू के बीच विवाद को लेकर माननीय न्यायालय ने आदेश जारी किए हैं। इस मामले में एचआरटीसी का कोई लेना देना नहीं है। निगम की सभी बसें सामान्य रूप से चल रही हैं और कल से भी निर्धारित रूटों पर चलेगी।

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