क्रिप्टो ठगी का मास्टरमाउंड गिरफ्तार; दिल्ली से दबोचा शातिर, जीरकपुर में भी छापेमारी से हडक़ंप
हिमाचल प्रदेश क्रिप्टो करंसी घोटाला की जांच में एसआईटी को बड़ी सफलता मिली है। टीम ने मामले के मास्टरमाइंड अभिषेक निवासी ऊना को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है। टीम काफी समय से आरोपी की तलाश कर रही थी। पिछले दिनों आरोपी के दिल्ली में छिपे होने की सूचना मिलने पर एसआईटी ने उसे दिल्ली से गिरफ्तार किया। सोमवार को हिमाचल पुलिस के दस कर्मचारी एसएचओ बल्ह (मंडी) के नेतृत्व में जीरकपुर थाने पहुंचे, जिन्होंने जीरकपुर-अंबाला रोड पर नॉर्थपार्क बिजनेस सेंटर के नाम से चलाए जा रहे ऑफिस के सर्च वारंट पर जीरकपुर पुलिस कर्मी साथ लिया। भवन की 5वीं मंजिल पर शेयर खान की आड़ में निवेश के लिए खोले गए ऑफिस से पीओएस मशीनें, फाइलें, कागज व मशीनें कब्जे में ले ली ।
बता दें कि हिमाचल पुलिस इस मामले में अब तक दस आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इस मामले में करीब 2300 करोड़ रुपए का लेनदेन सामने आया है। साथ ही 400 करोड़ रुपए का बकाया बाकी है। इस मामले में पुलिस से लेकर अन्य सरकारी अधिकारी और कर्मचारी भी धोखाधड़ी के शिकार हुए है। जीरकपुर मे भोले-भाले लोगों को छह फीसदी मुनाफे का लालच देकर कंपनी में निवेश के लिए बरगलाया जा रहा है। अब स्थिति यह है कि जिन लोगों ने अपनी पूरी जिंदगी की बचत निवेश कर दी है, वे बुरी तरह फंस गए है। कंपनी अपने मुनाफे के अलावा मूल रकम भी नहीं लौटा रही है।
जीरकपुर में फर्जी ट्रेडिंग कंपनी का एक ऐसा ही मामला सामने आया है। शिकायतकर्ता साहिल ठकराल ने आरोप लगाया है कि राजिंद्र कुमार सूद ने जीरकपुर के नॉर्थ व्यू प्लाजा में क्यूएफएक्स ट्रेडिंग लिमिटेड के नाम से एक फर्जी कंपनी खोली है। बताया जा रहा है कि सूद की पत्नी भी इस ट्रेडिंग कंपनी में शेयरधारक है। हालांकि यह कंपनी इन दिनों बंद है, लेकिन इस कंपनी में निवेश करने वाले साहिल ठकराल का कहना है कि कंपनी का मालिक कंपनी बंद करके नोएडा भाग गया है। इस कंपनी में सैकड़ों लोगों ने निवेश किया है।
इस कंपनी में हिमाचल के अलावा पंजाब, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के लोगों ने निवेश किया है। कंपनी के मालिक सूद ने आगे एक चेन बनाई और अलग-अलग नामों से 12 से 13 फर्जी कंपनियां खोलीं, जिनके जरिए वह पैसों का लेनदेन करता था। लोगों का आरोप है कि कंपनी पूरी तरह से फर्जी है और उसके पास कोई ट्रेडिंग लाइसेंस नहीं है। जीरकपुर पुलिस मामले की जांच कर रही है।