Shimla : कीरतपुर-मनाली फोरलेन हाईवे हुआ बंद, पहाड़ दरकने से आया मलबा, बाल-बाल बचे वाहन
मंडी से कुल्लू का संपर्क फिर कट गया है। मंगलवार रात करीब सवा 10 बजे कीरतपुर-मनाली फोरलेन हाईवे पर मंडी में झलोगी सुरंग (11) के मुहाने पर पहाड़ दरकने से मलबा आ गया है। इससे वाहनों की आवाजाही बंद हो गई। बुधवार को भी दिनभर पहाड़ से चट्टानें और मलबा गिरता रहा। मार्ग बहाल करने में तीन दिन लग सकते हैं। उपायुक्त मंडी अरिंदम चौधरी ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के परियोजना निदेशक वरूण चारी के साथ पहाड़ दरकने से उपजी स्थिति का जायजा लिया।
मलबे की चपेट में आने से कई वाहन बाल बाल बच गए। पहाड़ दरकने से कुल्लू , लाहुल व लद्दाख के लिए मालवाहकों की आवाजाही बंद हो गई है। सैकड़ो ट्रक जगह जगह फंसे हुए हैं। ट्रकों को नागचला, सुंदरनगर व बिलासपुर में रोकना शुरू कर दिया है। कुल्लू से लंबी दूरी की बस सेवा भी बाधित हो गई है। कीरतपुर-मनाली फोरलेन के बंद होने के बाद प्रशासन ने कुल्लू को जोड़ने वाले वैकल्पिक मार्ग कमांद-कटौला-बजौरा पर हल्के व खाली वाहनों की दोतरफा आवाजाही 24 घंटे बाद बंद कर दी है।
वहीं, पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग बुधवार को चार घंटे बाधित रहा। दोपहर बाद मैगल के समीप पहाड़ दरकने से मलबा व पेड़ मार्ग पर आ गए थे। प्रदेश में शुक्रवार से कई स्थानों पर हल्की वर्षा हो सकती है। पहली से पांच सितंबर तक निचले व मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में वर्षा होने की संभावना है। पिछले एक सप्ताह से अधिकांश हिस्सो में मॉनसून कमजोर हो गया है।
धूप खिलने से उमस बढ़ेगी और ऐसे में तापमान बढ़ने के फलस्वरूप वर्षा हो सकती है। आने वाले पांच दिनों के दौरान राज्य के अधिकांश हिस्सों में बादल छाए रहेंगे। मौसम विभाग के निदेशक सुरेंद्र पाल का कहना है कि जिस तरह एक सप्ताह में बहुत कम बारिश हुई है। संकेत ऐसे हैं कि आने वाले दिनों में मॉनसून और अधिक कमजोर होता चला जाएगा। नमी अधिक होने के कारण सुबह और शाम के तापमान में कमी का क्रम देखने को मिल रहा है। ऊंचाई वाले स्थानों और शिमला में सुबह व शाम हल्की ठंड शुरू हो गई है।