रन फॉर राम अल्ट्रामैरॉथन का इंदौरा के डमटाल में पहुँचने पर विश्व हिंदू परिषद जिला नूरपुर के अध्य्क्ष ने किया स्वागत

इंदौरा: अमरनाथ धार्मिक स्थल से विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के साथ शिवलिंग का अभिषेक कर त्रिशूल भैट कर इस पावन अभियान को शुरू किया गया है। इंदौरा के डमटाल में मैराथन के पहुँचने पर विश्व हिंदू परिषद जिला नूरपूर के अध्य्क्ष राजीव बशिस्ट ने अपने कार्यकर्ताओं संघ मैराथन का स्वागत किया।इस मैराथन के धावक नरेंद्र सिंह यादव है।इन्होंने पहले भी रामेश्वरम से अयोध्या दौड़ लगाई थी इनका लक्ष्य चारों दिशाओं को राम जन्मभूमि से जोड़ने का है। आर्मी जवान कृष्णचंद के इस बेटे का सपना दुनिया के सभी सात महाद्वीपो पर फतेह कर वल्र्ड रिकार्ड बुक में  छाप छोडने का है। नरेन्द्र ने अब तक 5 महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटियों को फतेह किया है। 2012 में पर्वतारोहण के बेसिक, 2013 मे एडवांस,2015 में एम०ओ०आई० के साथ सभी कोर्स पास किए। 20 मई 2016 को नेपाल के रास्ते माउंट एवरेस्ट फतेह किया।2022 में दोबारा एवरेस्ट को मात्र 6 दिन में फ़तेह कर विश्व रिकॉर्ड बनाया था। अब तक 5 महादीपो की सबसे ऊंची चोटियों को फतेह किया है। जिसमें माउंट एवरेस्ट, किलिमंजारो को दो बार, एलब्रुस को ट्रैवल्स में, कोजास्को व ऑस्ट्रेलिया की 10 सबसे ऊंची चोटियों को फतेह किया व दक्षिण अमेरिका की सबसे ऊंची चोटी एकं कागुआ को फतेह किया है। अब तक पर्वतारोहण के क्षेत्र में 21 विश्व रिकॉर्ड बनाए हैंअब अगला लक्ष्य, उत्तरी अमेरिका की सबसे ऊंची चोटी  देनाली हैअंटार्कटिका की सबसे ऊंची चोटी विंसन है जिसके लिए तैयारी में लगा हुआ है इसके साथ साथ विश्व की सभी वर्ल्ड रिकॉर्ड संस्थाओ नेइनको वर्ल्ड किंग का सम्मान  दिया है व राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है । पिछले वर्ष नरेंद्र को लॉस एंजिलिसडेवलपमेंटइंस्टिट्यूट,लॉस एंजिलिस( यूनाइटेड स्टेट्स) की तरफ से डॉक्टर ऑफ मोटिवेशन की उपाधि से नवाजा गया।
  यह अल्ट्रामैरॉथन श्री बूढ़ा अमरनाथ  से अयोध्या तक 7 राज्यों से होती हुई 1600 किलोमीटर को पूर्ण कर 32 दिनों बाद जुलाई  माह के प्रथम सप्ताह मैं अयोध्या में पूर्ण होगी वर्तमान समय मे  50 किलोमीटर से 55 किलोमीटर की दूरी प्रतिदिन तय जी जा रही है।  विश्व भर में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ की एक साथ किसी स्थान पर किसी एक विषय को लेकर इतनी अल्ट्रामैरॉथन करवाई गई हो जिस को मध्य नजर रखते हुए वर्ल्ड रिकॉर्ड संस्थाओं से इस प्रयोजन को अप्रूवल मिल चुका है जोकि वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित होने के उपरांत यह वर्ल्ड रिकॉर्ड राम मंदिर ट्रस्ट न्यास कोसमर्पित कर दिया जाएगा इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य खेलों के माध्यम से मर्यादा पुरुषोत्तम राम के जीवन चरित्र आज के युवाओं के जीवनमें काम आ सके क्योंकि राम ने वनवास के दौरान शौर्य पराक्रम वह समरसता का बहुत बड़ा उदाहरण प्रस्तुत किया है  राम ने अपने जीवन सेलोगों को प्रेरणा देते हुए यह बताया है की व्यक्ति किसी भी परिस्थिति में कमजोर नहीं होता इस समाज से बुराइयों का विनाश करने के लिएकई बार विकट परिस्थितियों से भी गुजरना पड़ता है इस दौड़ में विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल विशेष सहयोगी के रुप रहेंगे !
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