हमास आतंकियों से दो-दो हाथ करेगी 23 साल की बहादुर स्टूडेंट, इजराइल ने लड़ने के लिए बुलाया

गाजा में हमास आतंकियों से दो-दो हाथ करने के लिए एक 23 साल की छात्रा भी इजराइल की सेना के साथ मोर्चा लिए है. ब्रिटेन में कानून की पढ़ाई करने वाली इस छात्रा ने ऐलान किया है कि वह अपने देश और संपूर्ण मानवता के लिए मरने को तैयार है.

इस बहादुर छात्रा का नाम किन्नरेट हैमबर्गर है, जो उन 3 लाख लोगों में शामिल हैं, जिन्हें इजराइल ने हमास से मुकाबले के लिए बुलाया है, इनमें 20 प्रतिशत महिलाएं हैं. IDF लेफ्टिनेंट ने चेतावनी दी है कि यह आतंकवादी समूह इजराइल नहीं बल्कि पूरे पश्चिम के लिए खतरा है.

किन्नरेट हैमबर्गर एक होलोकास्ट सवाईवर की पोती हैं, वह ब्रिटेन में कानून की द्वितीय वर्ष की छात्रा हैं. वह कहती हैं कि-मैं अपनी जिंदगी के लिए नहीं, बल्कि उन सभी के लिए ये युद्ध लड़ रही हूं, जो जीवन को महत्व देते हैं’ उनका परिवार ब्रिटेन के मैनचेस्टर और उत्तरी लंदन के क्रिकलवुड दोनों में हैं, उनका बड़ा भाई और उनकी पत्नी भी रिजर्विस्ट हैं, जिन्हें लड़ने के लिए बुलाया गया है. जब हमास आतंकियों ने इजराइल पर हमला किया था तो वह अपने परिवार के साथ छुट्टियां मनाने के लिए एक होटल में ठहरी थीं.

इजराइली सेना से मिला ‘टू बेस’ संदेश

होटल में सायरन की आवाज से उनकी नींद खुली, इसके कुछ ही देर बाद उन्हें इजराइली सेना की ओर से संदेश मिला ‘टू बेस’ वह अपना बैग पैक किए बिना ही चल पड़ीं. द सन की एक रिपोर्ट के मुताबिक किन्नरेट की 54 वर्षीय मां मैरीन एक टैक्सटाइल इंजीनियर हैं. उनके पिता का नाम कार्ल है जो इजराइल में रहते हैं. किन्नरेट के तीन भाई भी हैं. किन्नरेट को ऑक्सफोर्ड स्ट्रीट पर खरीदारी और चॉकलेट कोन्स पसंद हैं.

हमास के हमले में खोया दोस्त

किन्नरेट ने बताया कि जब बेस से संदेश मिला तो उनके पास बहुत कम समय था, वह तुरंत निकल पड़ीं, उन्हें न तो अपने माता-पिता से बात करने का मौका मिला और न ही अपने जिगरी दोस्त को खोने का गम मनाने का जो हमास के खिलाफ जंग में एक विशेष इकाई की सेवा करते समय मारा गया. वह कहती हैं कि अब युद्ध में जीत मिलने के बाद ही उसका शोक मनाऊंगी.

हमास के खिलाफ इजराइल की महिला शक्ति

इजराइल ने हमास के खिलाफ युद्ध के लिए 3 लाख लोगों को बुलाया है, इनमें 20 प्रतिशत महिलाएं शामिल हैं, जो ये दर्शाता है कि इजराइल की महिलाएं हमास से युद्ध के लिए कितनी तैयार हैं. द सन की रिपोर्ट के मुताबिक ये महिलाएं लड़ाकों की भूमिका में हैं. किन्नरेट ने बताया कि यदि हमास आतंकियों को नहीं रोका गया तो इजराइल के बाद इनका निशाना पश्चिमी देश होंगे, यह विश्वास करना कठिन है, लेकिन ये तय है कि आतंकी हमें मारने पर उतारू हैं. इसलिए जीवन में उम्मीद रखने वाले हर व्यक्ति के लिए मैंने बंदूक उठाई है. वह बताती हैं कि उन्होंने एक महिला यूनिट के बारे में पढ़ा था, जिसने कई आतंकवादियों को मार गिराया. वह कहती हैं कि अपने लोगों की रक्षा के लिए यदि मुझे बंदूक चलानी पड़ेगी तो मैं चलाऊंगी, ये युद्ध हमास ने शुरू किया है. जिसने हम लोगों के लिए कोई विकल्प नहीं छोड़ा.

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