कफ सीरप से उज्बेकिस्तान के 18 बच्चों की हुई मौत! नोएडा की दवा कंपनी का लाइसेंस हुआ रद्द

उत्तर प्रदेश के नोएडा में स्थित कफ सीरप स्थित कंपनी मैरियन बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड का खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन ने ड्रग लाइसेंस कैंसिल कर दिया है. विभाग की तरफ से ये कार्रवाई इसीलिए की गई है क्योंकि इस कंपनी के द्वारा तैयार कफ सीरप पीने से उज्बेकिस्तान में कथित रूप से 18 बच्चों की मौत हो गई थी. इस मामले के सामने आने के बाद दवा कंपनी के 36 सैंपल चैक होने के लिए चंडीगढ़ स्थित क्षेत्रीय औषधि परीक्षण लैब भेजे गए थे. जिसमें से 22 सैंपल मानकों पर खरे नहीं उतरे, कफ सीरप के कई सैंपलों में डायथिलीन ग्लाइकाल और एथिलीन ग्लाइकाल की मात्रा अधिक पाई गई है.

इसी के ही साथ कफ सीरप में प्रोफाइलिंग ग्लाइकोल पाया गया था, हालांकि अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है कि इसी कफ सीरप को पीने से बच्चों की मौत हुई है या नहीं. वहीं भेजे गए 36 सैंपल में से अभी 14 सैंपलों की रिपोर्ट आना बाकी है.

कंपनी के निदेशक पर मामला दर्ज

सैंपल फेल होने के बाद औषधि विभाग ने कंपनी की निदेशक जया जैन और सचिन जैन सहित कुल पांच लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट फेज-3 थाने में दर्ज कराई थी. ये दोनों ही अभी फरार हैं. पुलिस का कहना है कि दोनों की तलाश की जा रही है जल्द ही इन्हे गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

औषधि निरीक्षक वैभव बब्बर ने बताया कि स्टेट अथॉरिटी ने दवा कंपनी का लाइसेंस कैंसिल कर दिया है. ई-मेल के माध्यम से इसकी जानकारी दी गई है. उन्होंने कहा मामला सामने आने के बाद जनवरी में ही कंपनी की दवा सप्लाई पर रोक लगा दी गई थी.

बता दें कि दिसंबर 2022 में उज्बेकिस्तान में इस भारतीय कंपनी का कफ सीरप पीने से 18 बच्चों की मौत हो गई थी. घटना के बाद से ही उत्तर प्रदेश के खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन के साथ ही भारत सरकार इस मामले की जांच कर रही थी. जिसके लिए दवा के सैंपल लिए गए थे, और फिर थाना फेस 3 में कंपनी के खिलाफ केस भी दर्ज करवाया गया था.

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