पैर पर पैर चढ़ाकर नहीं बैठें, हो सकते हैं पैरालिसिस का शिकार- दिल भी दे सकता है धोखा

अगर आप भी बैठते समय एक टांग के ऊपर दूसरी टांग चढ़ाकर बैठते हैं तो आपकी ये आदत आपको पैरालिसिस से लेकर पिता बनने में भी मुश्किलें पैदा कर सकती है. दरअसल, एक रिसर्च के मुताबिक लंबे समय तक इसी पोस्चर में बैठने से पैरों की नसों में दबाव बढ़ता है और नसें डैमेज तक हो सकती है. लैंकेस्टर यूनिवर्सिटी, यूनाइटेड किंगडम की एक रिसर्च के अनुसार, पैरों को क्रॉस करके बैठने से शरीर के निचले अंगों की रक्त वाहिकाओं में स्ट्रेस आता है. धीरे-धीरे ये स्ट्रेस नसों के जरिए खून की गति को धीमा करने लगता है जिससे ब्लड क्लॉटिंग की समस्या होने लगती है.

इतना ही नहीं, पैर के ऊपर पैर रखकर बैठने से खून की रफ्तार धीमी हो जाती है. खून ऊपर से नीचे की तरफ आना बंद कर देता है, ऐसा होने पर शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बिगड़ जाता है और लंबे समय में ये हार्ट को नुकसान पहुंचाने की वजह भी बन सकता है.

दिल्ली के सर गंगाराम राम अस्पताल के सीनियर न्यूरोलॉजिस्ट अंशु रोहतगी ने TV9 भारतवर्ष से बात करते हुए कहा कि अभी हाल ही में लैंकेस्टर यूनिवर्सिटी की एक स्टडी आई है, जिसमें बताया गया है कि लंबे समय तक क्रॉस लैग बैठने के काफी नुकसान है, सबसे बड़ी प्रॉब्लम जो हम डे टुडे फेस करते हैं वह यह है कि घुटनों के पास हमारी एक नर्व कॉमन पेरोनियल नर्व होती है. ज्यादातर इस तरीके से क्रॉस लैग बैठने से वह नर्व कई बार दब जाती है और दबने की वजह से पंजे में पैरालिसिस आ जाती है.

क्रॉस लैग कर बैठना हार्ट के लिए नहीं ठीक

न्यूरोलॉजिस्ट अंशु रोहतगी का कहना है कि यह नर्व घुटना जहां से मुड़ता है उसी के पास होती है, अगर हम एक टांग पर दूसरी टांग रखकर बहुत समय तक बैठते हैं तो यह नर्व दब सकती है. दबने की वजह पंजा वीक हो जाता है और हमने देखा है कि बहुत लोग लंबे समय तक एक्सरसाइज करते हैं, खासकर योग के पोस्चर में बैठते हैं. इस दौरान वे क्रॉस लैग करके बैठते हैं. उन लोगों में ज्यादा समस्या रहती है. नस में दबाव बनता है और पैरालिसिस हो सकता है.

उनका कहना है कि दूसरी चीज यह है कि लंबे समय तक इस पोस्चर में बैठने से कमर की और बैक की प्रॉब्लम भी हो सकती है. तीसरी चीज है कि लंबे समय तक बैठना अच्छी चीज नहीं है क्योंकि लोग बहुत लंबे समय तक डेस्क जॉब करते हैं वो क्रॉस लैग बैठते हैं और मूवमेंट नहीं करते हैं. यह हार्ट के लिए यह ठीक नहीं है. चौथी चीज यह है कि इस पोस्चर में बैठने से टांगों में खून का जो फ्लो होता है खासकर नसों के अंदर वो कई बार कम हो जाता है. इसकी वजह से लेग्स में क्लॉट होने की भी टेंडेंसी बनती है.

अपना पोस्चर चेंज करना चाहिए

अंशु रोहतगी का कहना है कि मैं यही मैसेज देना चाहता हूं कि अगर आपको लंबे समय तक बैठना है तो एक साथ ना बैठे. थोड़े-थोड़े समय में मूव करते रहें और क्रॉस लैग बैठना अवॉइड करें क्योंकि इसके कुछ हानिकारक फैक्ट्स हैं जिसका हमें ध्यान रखना है. अपना पोस्चर चेंज करना चाहिए. क्रॉस लैग बहुत देर तक नहीं बैठना चाहिए. जो लोग उम्र दराज होते हैं और जिनके अंदर कई अन्य बीमारियां भी होती हैं उन्हें ज्यादा दिक्कत हो सकती है. वहीं, जवान लोगों में फुट ड्रॉप, नस दबने की प्रॉब्लम देखी गई है.

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