विक्रमादित्य सिंह की जयराम ठाकुर को चुनौती, “दम है तो अपने नाम पर लड़कर दिखाएं शिमला एमसी चुनाव”

लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर को खुली चुनौती देते हुए कहा कि यदि उनमें दम है तो वह शिमला एमसी चुनाव अपने नाम पर लड़कर दिखाएं। रविवार को राजीव भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में उन्होंने ये बात कही। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि एमसी चुनाव स्थानीय मुद्दों पर लड़े जाते हैं जबकि भाजपा पीएम के नाम पर वोट मांग रही है। यदि भाजपा स्थानीय मुद्दों को हल करने के लिए पीएम को लाएंगे तो देश कौन चलाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के पास प्रदेश के विकास को लेकर विजन है जबकि भाजपा 5 साल तक केवल डबल इंजन का अलाप रागती रही और धरातल पर कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता ने कांग्रेस को जनादेश दिया है, ऐसे में नेता प्रतिपक्ष जनादेश को स्वीकार करें तथा अस्थिरता का मौहाल बनाने का प्रयास न करें।

भाजपा नेताओं ने दिल्ली में केंद्रीय मंत्री से मुलाकात कर बजट रोकने की कही बात

विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत प्रदेश को 2800 करोड़ का बजट मिला है। इसके साथ ही कई अन्य प्रोजैक्टों के तहत भी केंद्र ने बजट मंजूर किया है। भू अधिग्रहण का 1600 करोड़ का मुआवजा भी जारी किया गया है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश भाजपा नेताओं ने दिल्ली में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात कर उनसे बजट को रोकने की बात कही है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं की यह ओच्छी राजनीति है। विकास कार्य में रोड़ा अटकाने के काम नहीं होने चाहिए। इस मौके पर कांग्रेस नेता रामलाल ठाकुर, यशवंत छाजटा, देवेंंद्र बुशैहरी, संदीप शर्मा और सुंशात कपरेट भी मौजूद रहे।

ग्लोबल टैंडर के निर्देश दिए

विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि सरकार पूरी पारदर्शिता के साथ काम कर रही है। अधिकारियों को निर्देश दिए गए है कि पीएमजीएसवाई, नाबार्ड व अन्यों के तहत जो बड़े प्रोजेक्ट हैं, उनके ग्लोबल टैंडर लगाए जाए। जो भी काम शुरू हो, उसमें गुणवत्ता हो। उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम चिंता न करें, वर्तमान सरकार केंद्र से उनकी सरकार से ज्यादा धनराशि प्रदेश के विकास को लेकर आएगी।

एमसी बनने पर करवाएंगे जांच

विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि भाजपा नेता स्मार्ट सिटी को लेकर हो हल्ला कर रहे हैं जबकि पूर्व सरकार में इस प्रोजेक्ट के तहत मिली धनराशि का दुरु प्रयोग हुआ। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी के नाम पर केवल डंगे लगे। जो फुट ओवर ब्रिज, उनमें इतना लोहा लगा दिया कि उससे 10 ब्रिज बन सकते थे। मंत्री ने कहा कि कांग्रेेस की एमसी बनते ही इसकी जांच करवाएगी।

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