हिमाचल: प्रदेश सरकार से उखड़े 1300 कंप्यूटर शिक्षक, कंपनियों को टेंडर देने का कर रहे विरोध

इलेक्ट्रॉनिक कारपोरेशन की ओर से कंपनियों को टेंडर दिए जाने के विरोध में कंप्यूटर शिक्षक भड़क गए हैं। सरकारी स्कूलों में सेवाएं दे रहे 1300 कंप्यूटर शिक्षकों ने चेतावनी दी है कि अगर इलेक्ट्रॉनिक कारपोरेशन कंपनी को टेंडर देती है तो इसका पुरजोर विरोध होगा। प्रदेश सरकार ने शिक्षकों को कॉरपोरेशन के तहत सेवाएं देने का आश्वासन दिया था, लेकिन अब कॉरपोरेशन की ओर से तीन से चार कंपनियों को टेंडर दिए जाने की बात सामने आई है।

अगर ऐसा होता है तो शिक्षक कक्षाओं का बहिष्कार कर सड़क पर आकर इसका विरोध करेंगे। कंप्यूटर शिक्षकों का प्रतिनिधिमंडल शनिवार को शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर से भी मिला था। अब शिक्षक मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू से मिलेंगे। कंप्यूटर शिक्षक बीते 20 साल से सरकारी स्कूलों में सेवाएं दे रहे हैं। सरकार की ओर से लगातार कंपनियों को टेंडर दिए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने इन शिक्षकों को कॉरपोरेशन में मर्ज किए जाने का आश्वासन दिया था।

अब कॉरपोरेशन की ओर से भी कंपनियों को काम सौंपा जा रहा है। कंप्यूटर शिक्षक महासंघ के अध्यक्ष राकेश शर्मा ने बताया कि विधानसभा चुनाव से पहले कंप्यूटर शिक्षकों का हमीरपुर जिले में प्रदर्शन था, उस समय मुख्यमंत्री ने शिक्षकों के बीच आकर उन्हें निगम में मर्ज करने का आश्वासन दिया था। उन्होंने कहा कि कई कंप्यूटर शिक्षक ऐसे हैं, जिनकी आयु 50 साल से ज्यादा हो गई है।

कहीं जाने का रास्ता नहीं बचा है। कंपनियां हर बार शिक्षकों का शोषण करती रही हैं। शिक्षकों को पॉलिसी के तहत रखा गया था। इसके कई साल बाद आउटसोर्स पॉलिसी आई। अब कंप्यूटर शिक्षकों को भी आउटसोर्स कैटेगिरी में जोड़ा जा रहा है। उधर, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री के शिमला लौटने पर इस मामले में बात की जाएगी।

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