पंचतत्व में विलीन हुए शहीद पैरा कमांडो अरविंद , लाल जोड़े में पत्नी ने दी अंतिम विदाई

जम्मू कश्मीर के राजौरी में आतंकियों से एनकांउटर में शहीद हुए हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के पालमपुर के शहीद जवान अरविंद कुमार का रविवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया. रविवार सुबह अरविंद का उनके पैतृक गांव में राजकीय और सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया.

इससे पहले, शनिवार शाम को शहीद अरविंद कुमार की पार्थिव देह को पालमपुर के होलटा मिलिट्री स्टेशन लाया गया. विशेष सुरक्षा दस्ते की अगुवाई में शहीद की पार्थिव देह को उनके गृहनगर लाया गया.

इसके बाद रविवार को सुबह 6 बजे मिल्ट्री कैम्प से रवानगी के बाद करीब साढ़े सात बजे शहीद की पार्थिव देर पैतृक गांव पहुंची. यहां पर बारिश के बीच बड़ी संख्या में लोग उनके घर पहुंचे. ऐसा लगा मानों शहीद की याद में आसमां भी रो रहा हो. जैसे ही उनका शव घर पहुंचा तो चीख पुकार मच गई. शहीद की पत्नी ने लाल जोड़े में उन्हें अंतिम विदाई दी और अंतिम दर्शन किए. अरविंद के बड़े भाई ने ही उनकी चिता को मुखाग्नि दी.

शहीद अरविंद के पिता उज्ज्वल सिंह लोक निर्माण विभाग से करीब आठ साल पहले रिटायर हुए थे. रिटायरमेंट के 2 साल बाद वह अपना मानसिक संतुलन खो बैठे और उनकी याददाश्त चली गई. अरविंद ने अपने पिता के इलाज में कोई कसर नहीं छोड़ी और सेना के कई अस्पतालों में उनका इलाज करवाया. ऐसे में वह अपने बेटे की शहादत से अंजान हैं. वह भीड़ को देखकर बस टकटकी लगाए हुए थे.

Spread the News