कांगड़ा: अब नहीं निहार सकेंगे ट्यूलिप गार्डन की खूबसूरती, 2 अप्रैल से हो जाएगा बंद

सीएसआईआर-आईएचबीटी संस्थान में लोगों का आकर्षण का केंद्र बना ट्यूलिप गार्डन अब दो अप्रैल से बंद हो जाएगा। रंग बिरंगे फूलों से सुसज्जित यह गार्डन अब मुरझा गया है। इसमें फूलों को दो लाइनें ही बची हैं। जबकि अन्य फूलों की अन्य लाइनें मुरझा गई है। जानकारी के अनुसार सीएसआईआर संस्थान पालमपुर में फूलों की खूबसूरती से महकने वाला ट्यूलिप गार्डन इस रविवार शाम को बंद होने जा रहा है। इससे अब यहां पर आने वाले स्थानीय लोगों और सैलानियों को टयूलिप गार्डन के दर्शन नहीं होंगे। यह गार्डन पिछले करीब डेढ़ से दो माह तक लोगों का आकर्षण का केंद्र बना हुआ था। संस्थान की मानें तो अब तक इस गार्डन को देश-विदेश से करीब साठ हजार से अधिक लोग देख चुके हैं।

जबकि अभी भी लोग यहां पर आ रहे हैं, लेकिन अब गार्डन के फूलों की समय अवधि पूरी होने पर इसे बंद किया जाएगा। इस गार्डन में अब पीले व लाल फूलों की लाइन ही रह गई है। जबकि अन्य फूल मुरझा गए हैम। इस ट्यूलिप गार्डन में करीब विभिन्न फूलों की 21 लाइनें थीं। लोगों से कोई शुल्क भी नहीं लिया जा रहा था।। हालांकि, संस्थान ने यह गार्डन लोगों के देखने के लिए ही नहीं बनाया था। इस गार्डन में हॉलेैंड से लाए गए फूलों के शोध के बाद विकसित किया जा रहा है, जो जल्द ही किसानों के खेतों तक पहुंच जाएंगे। इससे किसानों की आर्थिकी मजबूत होगी। सूत्रों की मानें तो इन फूलों का बीज दिसंबर माह तक किसानों को मिल जाएगा।

सीएसआईआर ट्यूलिप गार्डन के प्रभारी डॉ. भव्य भार्गव ने कहा कि गार्डन में अब फूलों के मुरझाने से इस गार्डन को रविवार शाम दो मार्च से बंद कर दिया जाएगा। कहा कि अब इससे फूलों का बीज निकाला जाएगा। इस गार्डन को करीब साठ हजार से अधिक लोग देख चुके है, जो अब तक का एक बड़ा रिकाॅर्ड है।

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