Shocking! ‘कोई सुनता क्यों नहीं, मैं प्रेग्नेंट नहीं हूं’, फिर पता चला खतरनाक बीमारी से जूझ रही लड़की

एक नाबालिग लड़की को कुछ सप्ताह से थकान और पीठ दर्द की समस्या थी. लेकिन उसके पैरों तले तब जमीन खिसक गई, जब डॉक्टरों ने कह दिया कि वो प्रेग्नेंट है. हालांकि, लड़की का कहना था कि जब वह किसी के साथ फिजिकल हुई नहीं, तो यह कैसे संभव है. लेकिन डॉक्टरों ने उस पर विश्वास नहीं किया. फिर एक दिन अल्ट्रासाउंड में वो खौफनाक सच्चाई भी सामने आ गई. दरअसल, डॉक्टर जिसे प्रेग्नेंसी समझ रहे थे, वो खतरनाक बीमारी निकली. लड़की कैंसर के चौथे स्टेज में थी.

Metro.co.uk की रिपोर्ट के अनुसार, 19 साल की हैले ने बताया कि 2019 में उन्हें पीठ दर्द की तकलीफ शुरू हई. जनरल प्रैक्टिशनर को दिखाया, तो डॉक्टर ने कहा कि उन्हें साइटिका या यूटीआई की प्रॉब्लम है. इसके बाद हैले का वजन लगातार घटने लगा. उन्हें थकान और सिरदर्द होने लगी.

उन्होंने बताया कि वे इतनी कमजोर हो चुकी थीं कि टॉयलेट भी नहीं जा पाती थीं. इसके अलावा पीठ में इतना दर्द था कि लेट भी नहीं पाती थीं. आखिरकार मां उन्हें अस्पताल ले गईं, जहां और भी चौंकाने वाली बात सामने आई. प्रेग्नेंसी टेस्ट पॉजिटिव था. रिपोर्ट देखकर मां-बेटी दोनों दंग रह गईं.

हैले अड़ गईं कि रिपोर्ट गलत है. यह मुमकिन नहीं है. लेकिन डॉक्टरों ने उन पर विश्वास नहीं किया. हैले कहती हैं, डॉक्टरों को लगा कि मैं घरवालों से बात छिपा रही हूं, जबकि ऐसा नहीं था. शुक्र है कि इस कठिन समय में मां ने उनका साथ दिया. इसके बाद उन्हें अल्ट्रासाउंड के लिए ले जाया गया. रिपोर्ट देख नर्स दंग रह गई. लेकिन हैले को कुछ नहीं बताया.

अल्ट्रासाउंड से पुष्टि हुई कि हैले प्रेग्नेंट नहीं थी, बल्कि उन्हें ओवरी कैंसर था. कई टेस्ट से पता चला कि कैंसर फेफड़ों तक फैल चुका था. उनके फेफड़ों में 42 ट्यूमर थे और कैंसर चौथे स्टेज में था. इतना सुनते ही हैले और उनकी मां सदमे में चली गईं.

हैले तब सिर्फ 15 साल की थीं और कैंसर शब्द सुनकर रो पड़ीं. लेकिन फिर मां ने उन्हें हिम्मत दी और फिर डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर उनकी ओवरी हटा दी. इसके बाद कीमोथेरैपी के चार दौर चले. हैला का कहना है कि बालों को खोना सबसे कठिन पलों में से एक था. तब सभी भावुक हो गए थे. हैले अब ठीक हैं. वे परिवार और दोस्तों को इसका श्रेय देती हैं, जिन्होंने हर पल उनका साथ दिया.

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