हिमाचल प्रदेश चुनाव आयोग ने जारी किया अनुमानित आंकड़ा, 13 साल में 13 फीसदी बढ़ी मंडी की आबादी

वर्ष 2011 की जनगणना के बाद पिछले 13 वर्षों में जिला मंडी की अनुमानित आबादी 13 फीसदी बढ़ी है। वर्ष 2011 की जनगणना में जिले की आबादी 9,99,777 थी, जो अब राज्य चुनाव आयोग के अनुमानित आंकड़ों के अनुसार 11,51,636 पहुंच गई है। यानि पिछले 13 साल में 13 फीसदी 1,51,859 लोग बढ़े हैं। खास बात है कि 13 साल बाद भी जनसंख्या के मामले में महिलाएं आगे हैं।

जिला मंडी की कुल अनुमानित जनसंख्या 11,51,636 में 5,79964 महिलाएं और 5,71671 पुरुष हैं। यानी 1000 लड़कों पर 1003 लड़कियां हैं। नाचन, जोगिंद्रनगर, धर्मपुर, मंडी, बल्ह और सरकाघाट यानी छह विधानसभा क्षेत्रों में लिंगानुपात 1003 से लेकर 1042 तक है। अन्य चार विधानसभा क्षेत्रों करसोग, सुंदरनगर, सिराज और द्रंग में लड़कों के मुकाबले लड़कियों कम हैं।

जिले में सबसे ज्यादा मंडी विधानसभा क्षेत्र में 1000 लड़कों पर 1042 लड़कियां हैं। वहीं, सिराज में 1000 लड़कों पर 938 लड़कियां हैं। 2011 में मंडी की जनसंख्या 9,99,777 थी। इसमें 4,98,065 पुरुष और 5,01,712 महिलाएं थीं। 2001 की जनगणना में मंडी की आबादी 9,01,344 थी। इसमें 4,47,872 पुरुष और 4,53,472 महिलाएं थीं।
राज्य चुनाव आयोग के लोकसभा चुनाव को लेकर जारी आंकड़ों के अनुसार जिले में 85 प्लस आयु के 8,755 बुजुर्ग हैं। इनमें 61 फीसदी यानी 5,358 महिलाएं हैं, जबकि पुरुषों की संख्या 3397 है।

24 फीसदी गैर मतदाता आबादी

राज्य चुनाव आयोग के अनुमानित आंकड़ों के अनुसार जिला मंडी में 24 फीसदी गैर-मतदाता आबादी है। मतदाता और आबादी का अनुपात ईपी (यानि इलेक्टोरल टू पापुलेशन) 75.27 फीसदी है। 75.27 फीसदी यानी 8,66,859 जिले में मतदाता हैं। वहीं, शेष 24.75 प्रतिशत में 2,84,777 की आबादी गैर-मतदाता हैं। निर्वाचन आयोग के नियमों के मुताबिक वोटर की संख्या और शेष आबादी के 75.27 का अनुपात आदर्श अनुपात माना जाता है।

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