देश को एक साथ मिली पांच वंदे भारत ट्रेन की सौगात, PM मोदी ने भोपाल से दिखाई हरी झंडी

भोपाल: देश को एस साथ पांच नई वंदे भारत एक्सप्रेस की सौगात मिली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर आयोजित समारोह में भोपाल और इंदौर के बीच तथा भोपाल और जबलपुर के बीच चलने वाली दो वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का हरी झंडी दिखा कर शुभारंभ किया। वहीं, गोवा (मडगांव) मुंबई वंदे भारत , हुबली धारवाड़-बेंगलुरू वंदे भारत और रांची हटिया-पटना वंदे भारत का भी वर्चुअली शुभारंभ किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि भोपाल-इंदौर वंदे भारत एक्सप्रेस मालवा क्षेत्र (इंदौर) और महाकौशल बुंदेलखंड क्षेत्र से मध्य क्षेत्र (भोपाल) की कनेक्टिविटी में सुधार करेगी। इससे महाकालेश्वर, मांडू, महेश्वर, खजुराहो, पन्ना जैसे महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों को जाने वाले यात्रियों को लाभ होगा।

रेलवे के अनुसार भोपाल इंदौर से जोड़ने वाली 20912/20911 यह ट्रेन करीब 254.41 किलोमीटर का सफर मात्र 3 घंटे पांच मिनट में पूरा करेगी। रविवार को छोड़कर सप्ताह के छह दिन चलने वाली यह गाड़ी मार्ग में केवल उज्जैन स्टेशन पर ठहरेगी। यह रेलगाड़ी इस रूट की विद्यमान सबसे तेज़ रेलगाड़ी की तुलना में लगभग तीस मिनट तीव्र होगी। उद्घाटन यात्रा में रानी कमलापति स्टेशन से चलने वाली इंदौर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन नियमित परिचालन में भोपाल स्टेशन से चला करेगी। जबकि 20174/20173 जबलपुर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन रानी कमलापति स्टेशन से चला करेगी। यह ट्रेन मार्ग में नर्मदापुरम्, इटारसी, पिपरिया और नरसिंहपुर रुका करेगी। यह गाड़ी मंगलवार छोड़ कर सप्ताह के छह दिन चला करेगी। यह गाड़ी जबलपुर से भोपाल के बीच की 334 किलोमीटर की दूरी चार घंटे 35 मिनट में तय करेगी।

इंदौर और जबलपुर दोनों वंदे भारत एक्सप्रेस में कुल आठ-आठ कोच हैं। इनमें सात एसी चेयर कार और एक एग्जीक्यूटिव क्लास कोच है, जिसमें 52 सीटें हैं। इसमें करीब 560 सीटें यात्रियों के लिए उपलब्ध रहेंगी। सी-1 और सी-7 में 44 सीट और अन्य में 78 सीटें हैं। एक एग्जीक्यूटिव कोच ई-1 में 52 सीटें होगी। इस ट्रेन का वाणिज्यिक परिचालन 28 जून से शुरू होगा। चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्टरी में निर्मित वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन देश में 18 मार्गों पर संचालित हो रही हैं आज ये पांच मिलाकर 23वीं है। जबलपुर और इंदौर का 19-20 वां मार्ग है।

रेलवे के इतिहास में यह पहला मौके है जब एक दिन में पांच एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई गई। इन पांच नई ट्रेनों के साथ ही देश में वंदे भारत ट्रेनों की संख्या बढ़कर 23 हो गई है। वहीं, गोवा, बिहार और झारखंड को पहली बार वंदे भारत ट्रेन मिली है।

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