बिलासपुर: व्यक्ति ने अपनी जमीन बता स्कूल पर बाड़बंदी कर किया कब्जा, अध्यापकों को भवन खाली करने को कहा
शिक्षा खंड घुमारवीं के अंतर्गत राजकीय प्राथमिक पाठशाला डून पर गांव के एक व्यक्ति ने कब्जा कर लिया है। उसने बाड़बंदी कर अध्यापकों को उसकी मलकीयत भूमि में बने भवन को खाली करने को कहा है। अध्यापकों ने इस संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी दे दी है।
व्यक्ति ने स्कूल की भूमि खाली करने को कहा
अध्यापक विनोद कुमार ने बताया कि सोमवार को वह स्कूल पहुंचे तो गांव के एक व्यक्ति ने बाड़ लगा दी थी। इसकी जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दे दी है। नानक चंद ने बताया कि यह उसकी मलकीयत भूमि है। 2017 व 2022 में दो बार निशानदेही करवाने पर उसकी मलकीयत भूमि निकली है। इसलिए स्कूल भवन को खाली कर दें। राजकीय प्राथमिक पाठशाला डून की स्थापना 1995 में हुई थी।
तहसीलदार को निशानदेही के लिए कहा गया
स्थानीय लोगों जगत पाल, रणजीत सिंह, सुरजीत सिंह, निक्कू राम, सोहन सिंह, रमेश चंद, संजय कुमार, पवन कुमार, प्यारे लाल ने बताया कि नानक चंद को 1971 में आठ बीघा 10 बिस्वा भूमि नौतोड मिली थी। अब वह अपनी भूमि से भवन को खाली करने को कह रहा है। ग्रामीणों ने एसडीएम घुमारवीं को मामले से अवगत करवा दिया है। एसडीएम घुमारवीं राजीव कुमार ने बताया कि मामला उनके ध्यान में आया है। उन्होंने तहसीलदार को निशानदेही के लिए कह दिया है।
घागस में भी एनएच पर रख दिया था खोखा
बिलासपुर जिला में राष्ट्रीय राजमार्ग शिमला-मटौर पर भी ऐसा मामला सामने आ चुका है। घागस बाजार के निकट मंगरोट गांव में राजनकांत ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर यह कहते हुए खोखा रख दिया था कि यह उसकी मलकीयत भूमि है। उसने लंबे समय तक खोखा मार्ग के बीच रख दिया था। इस मामले का अभी तक पटाक्षेप नहीं हो पाया है। प्रशासन की ओर से निशानदेही करवाने का इंतजार किया जा रहा है।