जानिए कौन हैं अतीक-अशरफ को ‘मौत’ के घाट उतारने वाले तीन हत्यारे?, बड़ा सच आया सामने

उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस कस्टडी रिमांड पर लिए गए माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की शनिवार रात को पुलिस सुरक्षा के बीच गोली मारकर हत्या कर दी गई. अज्ञात वाहनों से आए हमलावरों ने सनसनीखेज हत्याकांड को अंजाम देने के बाद सरेंडर कर दिया.पुलिस ने एक प्रेस नोट में कहा कि हमलावरों की पहचान अरुण मौर्या, लवलेश तिवारी और सनी सिंह के बतौर हुई है. अब पुलिस इन तीनों का इतिहास खंगाल रही है. अतीक और अशरफ पर गोली चलाने वाले तीनों आरोपियों का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है.

घटना के बाद पूरे यूपी में हाई अलर्ट घोषित किया गया है. पूरे प्रदेश में धारा 144 लगा दी गई है.मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को फील्ड में सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं. सीएम योगी ने कहा कि कानून के साथ कोई भी खिलवाड़ न करें.

लवलेश तिवारी

लवलेश तिवारी बांदा में बजरंगदल से जुड़ा है. लड़की को थप्पड़ मारने के मामले में जेल भी गया था. सूत्रों के मुताबिक डॉन बनने के फेर में वारदात को अंजाम दिया था. लवलेश के पिता यज्ञ तिवारी ने बताया कि लवलेश नशेड़ी है और हमेशा नशे में ही रहता है. उन्होंने बताया कि लवलेश ने इंटर पास करने के बाद बीए में दाखिला लिया था. वह कभी-कभी ही बांदा आता है. उसका हमसे कोई मतलब नहीं है. लेकिन वह फेल हो गया. उसके बाद उसने पढ़ाई छोड़ दी और छोटे मोटे अपराध करने लगा. उन्होंने बताया कि आज सुबह उन्होंने टीवी देखा तो पता चला कि उसने कुख्यात माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या कर दी है. पिता ने बताया कि वह कहां जाता है और क्या करता है, इसकी जानकारी उनके घर में किसी को नहीं है. आरोपी लवलेश की मां का कहना है कि उनका बेटा बजरंगबली का भक्त था. दूसरों की बहुत मदद करता था. पता नहीं उसने ऐसा क्यों किया. लवलेश के पिता स्कूल बस ड्राइवर हैं. लवलेश का फोन भी बंद आ रहा है. उसके पिता का कहना है कि हमें उससे कोई लेना-देना नहीं है.

सनी सिंह हिस्ट्रीशीटर

सनी सिंह भी हिस्ट्रीशीटर है. सनी सिंह पुत्र जगत सिंह का हमीरपुर के कुरारा थाने क्षेत्र में आपराधिक रिकॉर्ड मिला है.उस पर 17 मुकदमे दर्ज हैं. बताया जा रहा है कि सनी कुख्यात बदमाश सुंदर सिंह भाटी के संपर्क में था. सनी सिंह की माँ अपने मायके में रहती है तो वहीं पिता व एक भाई का देहांत हो चुका है. सनी सिंह का एक बड़ा भाई पिंटू सिंह का भी उससे पिछले कई सालों से कोई भी वास्ता नहीं है. वह कुरारा थाना क्षेत्र के राम लीला मैदान के पास रहता था. आरोपी हत्या का प्रयास, लूट जैसे संगीन अपराधों में लिप्त था. वह कई सालों से अपने घर नहीं आया है. पिछले 10 सालों से अपराध की दुनिया मे सक्रिय है.

अरुण मौर्या

अरुण मौर्या कासगंज के सोरों जिले का रहने वाला है. उसका गांव का नाम बघेला पुख्ता है. अरुण के माता पिता की मौत हो चुकी है. अरुण मौर्य के चाचा-चाची लक्ष्मी से पुलिस ने पूछताछ की है. आधा कच्चा-पक्का मकान बना हुआ है. अरुण मौर्या का भी आपराधिक रिकॉर्ड सामने आया है.उसने जीआरपी के एक कॉन्स्टेबल की हत्या की थी. लवलेश तिवारी, अरुण मौर्या और सनी सिंह तीनों अलग अलग जिलों के रहने वाले हैं.

Spread the News