हिमाचल में बारिश-बर्फबारी का अलर्ट; 23 मार्च से फिर सक्रिय होगा वेस्टर्न डिस्टर्बेंस; 24 घंटे में सिरमौर, शिमला, सोलन में ज्यादा बारिश

Weather Report (Shimla): हिमाचल प्रदेश में दो दिन बाद वेस्टर्न डिस्टरबेंस दोबारा सक्रिय होगा। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने ताजा बुलेटिन जारी कर 23 से 25 मार्च तक बारिश-बर्फबारी और ओलावृष्टि का अलर्ट जारी किया। इस दौरान चंबा, लाहौल स्पीति, किन्नौर, कांगड़ा, शिमला और कुल्लू जिले की ऊंची चोटियों पर दोबारा बर्फबारी हो सकती है।

वहीं बीते 38 से 40 घंटे के दौरान प्रदेश की ऊंची चोटियों पर बर्फबारी और अन्य क्षेत्रों में अच्छी बारिश दर्ज की गई। सिरमौर के पच्छाद में सबसे ज्यादा 94 मिलीमीटर बारिश हुई है।

कहां कितनी बारिश हुई

मौसम विभाग के अनुसार, सोलन में 61 मिलीमीटर, संगड़ाह में 55, रेणुका में 54, राजगढ़ 50, धर्मशाला 49, सलूणी 45, सराहन 42, करसोग 41, कोटखाई 38, कुफरी व रोहड़ू में 37-37, कंडाघाट 36, मशोबरा 35, रामपुर 32, शिमला 31, अर्की 30, चौपाल 29, सुंदगरनगर में 22 मिलीमीटर और मंडी के गोहर में 21 मिलीमीटर बारिश हुई।

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पहाड़ों पर लौटी ठंड

प्रदेश की ऊंची चोटियों पर बर्फबारी, अन्य क्षेत्रों में बारिश व ओलावृष्टि के बाद तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई। इससे ऊंचे क्षेत्रों में हिमपात और अन्य इलाकों में ओलावृष्टि से प्रदेश में शीतलहर चलनी शुरू हो गई है। केलोंग का तापमान माइनस 1.2 डिग्री और नारकंडा का माइनस 0.2 डिग्री तक गिर गया।

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वहीं शिमला का न्यूनतम तापमान सामान्य से 3.4 डिग्री की कमी के साथ 4.2 डिग्री तक लुढ़क गया। मनाली का 5.8 डिग्री, धर्मशाला 7.4 डिग्री, कुफरी 1.2 डिग्री, ऊना 10, चंबा का 8.9 डिग्री, मंडी का 11.1 डिग्री सेल्सियस तक तापमान गिरा है।

तापमान गिरने से बागवान चिंतित

प्रदेश के कई शहरों में 5 दिन पहले के मुकाबले तापमान में आज 8 से 10 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। इससे फलों की फ्लावरिंग और सेटिंग पर बुरा असर पड़ा है। तापमान गिरने की वजह से पॉलिनेशन (परागण) प्रक्रिया प्रभावित हो रही है। फ्लावरिंग के दौरान तापमान में उतार-चढ़ाव और कमी नुकसानदायक होती है।​

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