भाजपा के पूर्व बागी फिर से बड़ी बगावत की ओर! हिमाचल में बढ़ सकती हैं मुश्किलें

कांग्रेस के 6 बागी विधायकों को शरण देने के बाद भाजपा के बहुत से नेता इस्तीफे देकर जहां पार्टी के लिए परेशानी पैदा कर रहे हैं वहीं अब भाजपा के लिए एक और परेशानी पैदा होती हुई नजर आ रही है. यह परेशानी वो नेता पैदा करने वाले हैं जिन्हें पार्टी ने 2022 के विधानसभा चुनावों में टिकट नहीं दिए थे. मंडी संसदीय क्षेत्र से संबंध रखने वाले ऐसे सभी नेताओं ने आज पंडोह में अपनी एक बैठक का आयोजन किया और लोकसभा चुनावों को लेकर आगामी रणनीति तैयार की.

यह बैठक द्रंग के पूर्व भाजपा विधायक जवाहर ठाकुर के कहने पर बुलाई गई थी जिसकी अध्यक्ष पूर्व में सरकाघाट से रहे भाजपा के विधायक कर्नल इंद्र सिंह ने की. बैठक में किन्नौर से रहे भाजपा के पूर्व विधायक तेजवंत नेगी, आनी से पूर्व विधायक किशोरी लाल, एचपीएमसी के चेयरमैन रहे कुल्लू से राम सिंह, पूर्व सांसद महेश्वर सिंह के बेटे हितेश्वर सिंह, पूर्व प्रदेश सचिव व मीडिया प्रभारी रहे मंडी से प्रवीण शर्मा और सुंदरनगर से पूर्व में मंत्री रहे रूप सिंह ठाकुर के बेटे अभिषेक ठाकुर का नाम शामिल है. 2022 में हुए विधानसभा चुनावों में इन्हें भाजपा का टिकट नहीं मिला तो कर्नल इंद्र सिंह और जवाहर ठाकुर को छोड़कर बाकी सभी ने निर्दलीय चुनाव लड़े थे.

लोकसभा चुनावों पर टिकी नजरें, साथ बैठकर बनाई रणनीति
इन सभी ने एक लाख से ज्यादा वोट हासिल किए थे. अब इन सभी की नजरें इन लोकसभा चुनावों पर टिकी हुई हैं. भाजपा या कांग्रेस में से जो भी दल इन्हें रिझाने में कामयाब हो जाता है ये अपने समर्थकों सहित उनके साथ चल सकते हैं. वहीं, दूसरी तरफ देखें तो भाजपा ने कांग्रेस के बागियों को तो शरण दे दी है लेकिन अपनी ही पार्टी से बागी हुए इन लोगों की तरफ अभी तक कोई ध्यान नहीं दिया है. जानकारी ऐसी भी मिल रही है कि ये बागी मिलकर अपने किसी प्रत्याशी को भी चुनावी मैदान में उतार सकते हैं. वहीं, जब इस बारे में पूर्व विधायक जवाहर ठाकुर से बात की गई तो उन्होंने बैठक करने की पुष्टि की. उन्होंने बताया कि भविष्य में क्या करना है इसे लेकर सभी के साथ विचार विमर्श किया जा रहा है जिसके तहत ही आगामी निर्णय लिया जाएगा.

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