हिमाचल SSC पेपर लीक केस का फैसला जल्द, SP खुद कर रहे पूछताछ

हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग में पेपर लीक मामले में रिमांड पर चल रहे पूर्व सचिव जितेंद्र कंवर के भी वॉयस सैंपल लिए जाएंगे। SIT और विजिलेंस की टीम उनसे रोजाना पूछताछ कर रही है। मंडी SP राहुल नाथ खुद पिछले 4 दिन से पूछताछ का मोर्चा संभाले हुए हैं। माना जा रहा है कि पूछताछ का यह दौर निर्णायक माहौल में जा रहा है।

पूर्व सचिव के वॉयस सैंपल भी जरूरी

क्योंकि इस गड़बड़ झाले में 3 अन्य आरोपियों के वॉयस सैंपल भी लिए जा रहे हैं। इसकी स्वीकृति कोर्ट से मिल चुकी है। जितेंद्र कंवर के वॉयस सैंपल के लिए भी कोर्ट से स्वीकृति लेनी है। फोन पर कौन, कैसे, कहां? किस स्थिति में बातचीत करता रहा, इन सब की स्थिति का ब्यौरा विजिलेंस को जांचना है।

जितेंद्र के ऑफिस में ही हुई गड़बड़ी

आयोग के इस गड़बड़झाले में अब तक 15 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। मुख्य आरोपी उमा आजाद की गिरफ्तारी के बाद एक के बाद एक कई लोग अलग-अलग मामलों में गिरफ्तार होते रहे। उमा आजाद के 2 बेटे भी इस मामले में आरोपी हैं।जितेंद्र कंवर के ऑफिस में ही गोपनीय शाखा में यह गड़बड़झाला हुआ। अब जितेंद्र यक पूछताछ में क्या सामने आएगा? इस पर जांच की ‘धुरी’ तैयार होगी। विजिलेंस SP राहुल नाथ का कहना है कि 22 सैंपल जितेंद्र कंवर के लिए जाएंगे। इस पर जल्दी ही प्रोसेस शुरू होगा।

ढाई माह से जारी केस की जांच

पिछले ढाई महीने से केस की जांच जारी है। सबसे पहला मामला जूनियर ऑफिस अस्सिटेंट के पोस्ट कोड-965 का 23 दिसंबर को पकड़ा गया था। इसकी 2 दिन बाद होने वाली छंटनी परीक्षा से पहले ही विजिलेंस ने पेपर लीक होने का भांडाफोड़ किया था। 23 दिसंबर 2022 को हमीरपुर में FIR दर्ज की गई थी। इसकी जांच को लेकर सरकार ने DIG जी शिवा कुमार के नेतृत्व में SIT का गठन किया। अलग-अलग अधिकारियों के नेतृत्व में SIT और विजिलेंस की 4 अलग-अलग टीमें मामले की जांच में जुटी हैं।

पहला चालान 8 लोगों के खिलाफ

बता दें कि कुछ दिन पहले विजिलेंस ने पहले से गिरफ्तार 8 लोगों के खिलाफ चालान कोर्ट में पेश कर दिया है। इनमें मुख्य आरोपी उमा आजाद है। 4 लोग जमानत पर छूट गए हैं। विजिलेंस ने दावा किया है कि सप्लीमेंट्री चालान में अभी वक्त लग सकता है।

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